देहरादून, 24 जून। उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ० राकेश कुमार ने कहा कि देश और समाज का उत्थान करने के लिए वैज्ञानिक नजरिया और टेक्नोलॉजी बहुत महत्वपूर्ण हैं। डॉ० राकेश कुमार आज उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
यूकोस्ट के तत्वावधान में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित 15वीं व 16वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस के समापन समारोह में डॉ० राकेश कुमार ने कहा कि उन्नति करने के लिए स्तरीय शिक्षा, हैल्थ, साइंस और टेक्नोलॉजी पर अधिक निवेश करना पड़ेगा। जापान और सिंगापुर के उदाहरण देते हुए राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ० राकेश ने कहा कि हमें विकास करना है तो इन छोटे देशों से सीखा जा सकता है कि किस तरह क्वालिटी एजुकेशन, रिसर्च, साईंस और टेक्नोलॉजी के जरिये बहुत आगे बढ़ा जा सकता है। इसके लिए लोगों की सहभागिता और ईमानदार कोशिशें भी जरूरी हैं।
उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए एप्लाइड रिसर्च की ओर ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि शोध अलमारियों में बंद होकर न रह जाएं। देश में जेंडर असमानता और पोषण पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उच्च और स्कूली शिक्षा को लिंक करने की भी जरूरत है। आधार मजबूत होगा, तो युवा उच्च शिक्षा में बेहतर कर सकेंगे। उत्तराखंड के विकास के लिए उच्च शिक्षा के स्तर पर ध्यान देने की आवश्यकता है। डॉ राकेश कुमार ने ग्राफिक एरा की तरक्की पर खुशी जाहिर की।
वाडिया इंस्टीट्यूट के पूर्व निदेशक डॉ बी आर अरोड़ा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि संसाधनों का बेहतर उपयोग और समाज को आपदाओं से सुरक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है। विज्ञान को छात्रों और आम लोगों से जोड़ना होगा। भूकम्प की पहले से भविष्यवाणी करने की तकनीक पर कार्य किया जा रहा है। आने वाले दशक में इसके अच्छे परिणाम सामने आ सकते हैं।
यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों की प्रतिबद्धता के कारण राज्य आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यूकोस्ट के अवार्ड्स का निर्णय दूसरे राज्य की बहुत निष्पक्ष ज्यूरी करती है। अवार्ड जीतने वालों में से किसी को आज तक बेरोजगार रहते नहीं देखा गया।
ग्राफिक एरा के महानिदेशक डॉ संजय जसोला ने कहा कि आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जिंदगी का जरूरी हिस्सा होगी। जीवन में साईंस की उपयोगिता लगातार बढ़ने का उल्लेख करते हुए डॉ जसोला ने सिरी, गूगल असिस्टेंस, एलेक्सा, टेसला ऑटोमैटिक पायलेट कार, सऊदी अरब की पहली फीमेल रोबोट के उदाहरण दिये। उन्होंने कहा कि मशीनें सारे काम करने लगेंगी, तो स्थान को अपनी भूमिका के बारे में विचार करना होगा। कुलपति डॉ एच एन नागराजा ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को 15 व 16वीं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस के आयोजन की जिम्मेदारी देने पर यूकोस्ट का आभार व्यक्त किया। उन्होंने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को धन्यवाद ज्ञापित किया। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ जे कुमार भी समारोह में शामिल रहे।
15 वीं और 16 वी उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस में शोध और प्रस्तुतिकरण के लिए अलग – अलग 75 लोगों को अवार्ड दिए गए। 15वीं विज्ञान कांग्रेस का इनोवेटर ऑफ द ईयर का अवार्ड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग, देहरादून के सिद्धार्थ माधव को मिला। 16 वीं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस का ऑफ द ईयर का अवार्ड ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के सुशांत शेखर ने जीता।
ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के के.पी.नौटियाल ऑडीटोरियम में आयोजित इस समारोह में देश भर से आये वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने विभिन्न क्षेत्रों की चुनौतियों और उनके वैज्ञानिक समाधानों के साथ ही नई खोजों पर विस्तार से चर्चा की। तीन दिन के इस अहमतरीन आयोजन में 550 शोध सार प्रस्तुत किए गये।
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