रेनबो न्यूज़ इंडिया* 26 जून 2022
शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी के मुताबिक नई शिक्षा नीति के तहत बाल वाटिका शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा।प्रदेश में छह जुलाई से सरकारी प्राथमिक स्कूलों में संचालित पांच हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल वाटिका नाम से प्री स्कूल शुरू होंगे। शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
नई शिक्षा नीति के तहत बाल वाटिका 5 से 6 वर्ष के आयु वर्ग के सभी बच्चों के लिए होंगे। जहां बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जाएगा। इस स्कूल का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को खेल-खेल में स्कूल के लिए तैयार करना है। बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करना है। वर्तमान में इस तरह का कांसेप्ट निजी स्कूलों में ही देखने को मिलता है। जहां पर खेल के जरिए बच्चों को स्कूलों के लिए तैयार किया जाता है। लेकिन अब ये सरकारी स्कूलों को भी अपनाना है। जिससे बच्चे को पहले बेहतर माहौल दिया जा सके।
इन प्री स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को किताबें शिक्षा विभाग की ओर से उपलब्ध कराई जाएंगी। निदेशक, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण सीमा जौनसारी ने कहा कि बाल वाटिका (प्री स्कूल) को जुलाई से शुरू किया जा रहा हैं।
इसके लिए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अहम जिम्मेदारी निभानी होगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास अभी तक पोषण से संबंधित कार्य की ही जिम्मेदारी थी, लेकिन उनके पास अब शिक्षण कार्य की भी जिम्मेदारी होगी। जो काफी चुनौतीपूर्ण है।उनके लिए प्रशिक्षण व सर्टिफिकेट कोर्स की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे उनका व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ क्षमता संवर्द्धन भी हो पाएगा।इसमें बाल विकास विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है।इस अवसर पर प्रभारी अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करना है, जिससे हम आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकें।
प्रभारी अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करना है, जिससे हम आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन कर सकें।
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