रेनबो न्यूज़ * 14 अक्टूबर 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ में रोपवे का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। इस परियोजना को राष्ट्रीय वन्य जंतु बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। परियोजना पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। रोपवे बन जाने के बाद राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
रोपवे के बनने से सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच की दूरी 30 मिनट में तय होगी। जो कि अभी 8 घंटे का पैदल रास्ता है। यह रोपवे करीब 13 किमी लंबा होगा। बोर्ड बैठक में रामबाड़ा से गरूड़चट्टी में लगभग साढ़े 5 किमी पैदल मार्ग के नव निर्माण को अनुमति मिल गई है। परियोजना पर एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।
केदारनाथ रोपवे समुद्र तल से 11500 फीट, 3500 मीटर की ऊंचाई पर दुनिया के सबसे ऊंचे रोपवे में से एक होगा। तीर्थयात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम केवल 1 घंटे में रोप वे से पहुंचेंगे। जबकि वर्तमान में लगभग 8 से 12 घंटे का समय लगता है।
केदारनाथ धाम के लिए रोपवे के निर्माण का प्रस्ताव वैसे तो पहले ही स्वीकृत हो चुका था, राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की क्लीयरेंस मिलने का इंतजार किया जा रहा था। इसके साथ ही केदारनाथ के पैदल ट्रेक व हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजना को भी बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना में कुल 26 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की जाएगी। इन परियोजनाओं का निर्माण केंद्र सरकार की पर्वतमाला परियोजना के तहत किया जाएगा। रोपवे की क्षमता प्रति घंटा 5 हजार यात्रियों को ले जाने की होगी।
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