रेनबो न्यूज़* 10/7/23
उत्तराखंड में खराब मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से अनावश्यक आवाजाही से बचने का आग्रह किया है।
उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर सोमवार को भी बारिश और भूस्खलन होने से कई मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हुआ। भारी बारिश होने के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर, राज्य पुलिस ने लोगों से बहुत जरूरी नहीं होने पर पहाड़ों की यात्रा से बचने का अनुरोध किया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोटी में सर्वाधिक 155 मिमी, भगवानपुर में 88, चकराता में 74.3, विकासनगर में 66.5, मसूरी में 60.2, पुरोला में 60, हरिद्वार में 57, कालसी में 55.5, मोरी में 53, बड़कोट में 51, धनोल्टी में 45 और लक्सर में 40 मिमी बारिश दर्ज की गयी।
लगातार बारिश होने से गंगा सहित सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। हरिद्वार में सुबह आठ बजे गंगा नदी का जलस्तर 292 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के स्तर 294 मीटर से केवल दो मीटर नीचे है।
भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन लगातार चौकस है और नदियों के जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है।
मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के 13 में से 11 जिलों- हरिद्वार, उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अलमोड़ा, पौड़ी, देहरादून, टिहरी और चमोली में सोमवार और मंगलवार को कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अलर्ट जारी किया गया है ।
बारिश अलर्ट को देखते हुए देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी, पौड़ी, उधमसिंह नगर और अल्मोड़ा जिलों के स्कूलों में सोमवार को अवकाश रहा जबकि चमोली जिला प्रशासन ने मंगलवार और बुधवार को जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बार फिर छिनका के पास भूस्खलन होने से यातायात अवरूद्ध हो गया जिसे कुछ घंटों बाद बहाल कर दिया गया। राज्य में भूस्खलन या भूधंसाव के कारण कई मार्ग बंद हैं जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एक ट्वीट में कहा कि राज्य में विभिन्न स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए पहाड़ी मार्गों पर भूस्खलन होने की आशंका है।
उन्होंने यात्रियों से बहुत ज़रूरी नहीं होने पर इस समय पहाड़ों की यात्रा करने से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘‘अनावश्यक यात्रा नहीं करें, सुरक्षित स्थान पर ही रहें। किसी भी सहायता के लिए हमें 112 नंबर पर सूचना दें, हम आप तक पहुंचेंगे।’’
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