ऋषिकेश 7 नवंबर। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल आज तीर्थ नगरी के माया कुंड स्थित कृष्ण कुंज आश्रम पहुंचे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सहायक निदेशक प्रातः ठीक 10:00 बजे आश्रम के गेट पर पहुंचे वहां पर आश्रम के परमाध्यक्ष उत्तराखंड पीठाधीश्वर जगतगुरु कृष्ण आचार्य महाराज के प्रतिनिधि के रूप में श्री कृष्ण देसिक संस्कृत विद्यालय के प्रबंधक स्वामी गोपालाचार्य जी महाराज, आश्रम के व्यवस्थापक राकेश मोहन एवं श्री गुरु राम राय कॉलेज ऋषिकेश के प्रधानाचार्य सुनील कोठारी नें विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों को साथ लेकर वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ पुष्पमाला एवं अंग वस्त्र भेंट कर उनका भव्य स्वागत किय।
गुरुकुल पद्धति से चल रहे विद्यालय परिसर मैं विद्यालय स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं की बैठक लेते हुए डॉ घिल्डियाल ने कहा कि भारत की प्रतिष्ठा आदिकाल से ही गुरुकुलों के द्वारा हुई है भगवान श्री राम और श्री कृष्ण ने भी गुरु आश्रम में ही शिक्षा ग्रहण करके पूरे विश्व का युगों युगों तक के लिए मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान चाहे कुछ भी हो लेकिन भविष्य आध्यात्मिक विद्याओं का ही है, क्योंकि इन्हीं के द्वारा भारत फिर से विश्व गुरु की उपाधि धारण करेगा।
संस्कृत विद्यालय के प्रबंधक गोपालाचार्य महाराज ने सहायक निदेशक को बताया कि यहां पर छात्रों को साहित्य, व्याकरण,वेद एवं ज्योतिष की आधुनिक विषयों के साथ तालमेल बिठाते हुए शिक्षा दी जा रही है। इस अवसर पर उन्होंने सहायक निदेशक को आश्रम के संपूर्ण परिसर सहित गौशाला के दर्शन कराये। डॉक्टर घिल्डियाल ने आश्रम एवं विद्यालय परिसर में चल रही गतिविधियों का गहन निरीक्षण करते हुए प्रशंसा की ।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य पूजा देवी, नीलम, शालिनी, मनोज द्विवेदी सहित सभी शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र उपस्थित रहे।