देहरादून, 15 दिसंबर। देहरादून, 15 दिसंबर। पद्मश्री प्रीतम भरतवाण और अमेरिकी कलाकार प्रो० स्टीफन फ्योल ने उत्तराखंड के पारंपरिक ढोल सागर की धुनों पर दर्शकों को खूब नचाया। दोनों कलाकारों ने युवाओं से अपनी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का आवाहन किया।
पद्मश्री प्रीतम भरतवाण आज ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में प्रस्तुति दे रहे थे। यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस के प्रो० स्टीफन फ्योल और अन्य कलाकारों ने प्रीतम भरतवाण के साथ मिलकर उत्तराखंड के पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाए।

इस मौके पर प्रो० फ्योल की पुत्री, 11 वर्षीय अमाया ने भी दमाऊ पर अपनी प्रतिभा दिखाकर खूब वाहवाही लूटी। ढोल दमाऊ पर प्रीतम भारतवान और प्रो० फ्योल की जुगलबंदी को दर्शकों ने खूब पसंद किया।
पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने उत्तराखंड की संस्कृति में ढोल दमाऊ के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि शादी विवाह जैसे बड़े अवसरों में न्योता देने, आभार व्यक्त करने, आदि में ढोल दमाऊ की थाप का इस्तेमाल किया जाता था।
उन्होंने कार्यक्रम के लिए ग्राफिक एरा को साधुवाद भी दिया। कार्यक्रम में कुलपति डॉक्टर संजय जसोला सहित कई लोग मौजूद रहे।
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