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सभी धर्मों में सर्वश्रेष्ठ है राष्ट्र धर्म का पालन: डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल

सभी धर्मों में सर्वश्रेष्ठ है राष्ट्र धर्म का पालन: डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल

श्रीनगर गढ़वाल । सभी धर्मों में सर्वश्रेष्ठ है ,राष्ट्र धर्म का पालन क्योंकि जब राष्ट्र रहेगा तब ही सभी धर्मों का पालन सुनिश्चित किया जा सकता है, इसलिए सबसे पहले राष्ट्र धर्म की रक्षा करनी चाहिए।

उपरोक्त विचार सहायक शिक्षा निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने पब्लिक इंटर कॉलेज भट्टीसेरा में गणतंत्र दिवस के अवसर पर” मुख्य अतिथि” के रूप में ध्वजारोहण करते हुए व्यक्त किए ।

उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा के लिए जिस प्रकार सेना को मजबूत करने की आवश्यकता है, उसी प्रकार देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए संस्कृति एवं राष्ट्र धर्म की रक्षा करना परम आवश्यक है, और इसके लिए राष्ट्रीय पर्वों पर विद्यार्थियों के अंदर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से संस्कारों का बीज रोपित किया जाना चाहिए।

अधिकारी बनने के बाद पहली बार अपने पूर्व विद्यालय में पहुंचे सहायक निदेशक का सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह,पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र, फूल मालाओं से भव्य स्वागत करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने छठवीं से दसवीं तक की पढ़ाई इस विद्यालय में बहुत सीमित संसाधनों में की थी , अपने कठोर परिश्रम और लगन से वह आज पूरे राज्य में बहुत लोकप्रिय उच्च अधिकारी हैं, फिर भी बड़ी सहजता से इतने ऊंचे पद के व्यक्ति ने विद्यालय का आमंत्रण स्वीकार किया यह काबिले तारीफ है, कहा कि डॉक्टर घिल्डियाल इस समय इस पूरे क्षेत्र के लिए प्रतिभा का ब्रांड एंबेसडर है, जिन्होंने साधारण परिवार में जन्म लेकर और सीमित संसाधनों में पढ़ाई करके शिक्षा जैसे बुद्धिजीवी विभाग में उच्च पद प्राप्त किया है।

विद्यालय के प्रबंधक एवं पौड़ी गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ कोषाध्यक्ष कुलदीप बुटोला ने कहा कि इस विद्यालय का पूर्व छात्र आज शिक्षा विभाग में उच्च पद पर होने के साथ-साथ ज्योतिष रत्न के रूप में अंतरराष्ट्रीय जगत में सितारे की तरह चमक रहा है, जो विद्यालय सहित पूरे क्षेत्र के लिए के लिए गर्व का विषय है, डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल आज इस पूरे क्षेत्र के लिए पूर्ण रूप से मार्गदर्शन का कार्य कर रहे हैं, उनके द्वारा विनम्रतापूर्वक अपने सेवानिवृत्त बुजुर्ग गुरुजनों का यहां पर सम्मान किया जाना काबिले तारीफ है।

कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों द्वारा विभिन्न साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां दी गई, विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट की सहायक निदेशक ने प्रशंसा करते हुए सन अस्सी के दशक में जिन टीचरों ने उन्हें पढ़ाया था उनमें सर्व श्री धूम सिंह बुटोला, अर्जुन सिंह बिष्ट, विनोद भट्ट, महावीर सिंह बर्तवाल, पी एस नेगी, हरिश्चंद्र घिल्डियाल, को उन्होने अपनी तरफ से अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित करते हुए विद्यार्थियों से शिक्षकों का सम्मान सबसे पहले करने का आवाहन किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक एवं जिला पंचायत सदस्य कैलाश चंद्र ने किया।

मौके पर विद्यालय के अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष उप प्रधानाचार्य प्रवक्ता सहित जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्राम प्रधानों सहित सभी शिक्षक कर्मचारी छात्र-छात्राएं एवं क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।

इससे पूर्व विद्यालय की सीमा में पहुंचने पर करीब 1 किलोमीटर पूर्व से ही क्षेत्र के लोगों की लंबी कतार डॉक्टर घिल्डयाल के स्वागत में खड़ी थी, जिन्होंने पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल दमाऊ, मशक बाजा के साथ हर्ष हर्ष, जय जय ,के नारे लगाते हुए अपने लाडले का भव्य स्वागत किया।

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