देश की मिसाइल वुमन डॉ० देसी थॉमस ने ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मिसाइल की तकनीक के बारे में बताकर उनसे दोस्ती कराई। ग्राफिक एरा के सिल्वर जुबली कन्वेंशन सेंटर में आज डॉ० टेसी थॉमस छात्र-छात्राओं को संबोधित किया।
एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में प्रगति विषय पर आयोजित इस कार्यशाला में मिसाइल वुमन डॉ. टेसी थॉमस ने छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार की मिसाइल के बारे में समझाते हुए कहा कि वैज्ञानिकों ने मिसाइल कार्यक्रमों के माध्यम से इस तकनीक को बहुत विकसित किया है। स्वदेशी क्षमताओं वाली बैलिस्टिक, क्रूज व एंटी टैंक मिसाइल इसमें शामिल है।
उन्होंने कहा कि बैलिस्टिक मिसाइल एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य तक हथियारों को ले जाने के लिए होती है। क्रूज मिसाइल का उपयोग स्थलीय व नौसैनिक लक्ष्य पर किया जाता है और एंटी टैंक मिसाइल का उपयोग बख्तरबंद सैन्य वाहनों को नष्ट करने में होता है।
कार्यक्रम में डॉ. टेसी थॉमस ने कहा कि आज के युवा किताबों से बाहर निकल कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी नई तकनीकें सीख रहे हैं। वह भविष्य में देश को सफलता की नहीं ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
कार्यक्रम का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ़ एयरोस्पेस इंजीनियरिंग ने किया। कार्यक्रम में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर प्रो. राकेश कुमार शर्मा, ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. नरपिंदर सिंह, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजय जसोला, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर प्रो. आर. गौरी और एचओडी डॉ. सुधीर जोशी भी मौजूद रहे।
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