केदारनाथ में गर्भगृह से दर्शन शुरू हो गए हैं। आज मंगलवार सुबह पांच बजे से श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं। बीकेटीसी के कार्यधिकारी रमेश चन्द्र तिवारी ने बताया कि तीर्थपुरोहितों के धरना-प्रदर्शन के बाद मंगलवार से गर्भगृह से दर्शन शुरू कर दिए गए हैं।
केदारनाथ में गर्भगृह से दर्शन कराने की मांग को लेकर केदार सभा ने केदारनाथ में नारेबाजी के साथ चार घंटे तक प्रदर्शन किया था। कहना था कि श्रीबद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति धाम में अपनी मनमानी चला रही है। हेलिकॉप्टर से धाम आने वाले खास लोगों को वरीयता दी जा रही है। जबकि आम श्रद्धालुओं को सभामंडप से दर्शन कराए जा रहे हैं, जो उचित नहीं है।
कहा कि, मंगलवार से अगर गर्भगृह से दर्शन व्यवस्था शुरू नहीं कि गई तो अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही जरूरी हुआ तो केदारपुरी बंद पर भी विचार किया जाएगा।सोमवार को दोपहर बाद लगभग एक बजे केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी के नेतृत्व में तीर्थपुरोहित एकत्रित हुए। उन्होंने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह से श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू की।
गर्भगृह से ही दर्शन का महत्व
केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि बाबा केदार के दर्शनों को धाम पहुंच रहे शिव भक्तों को बीकेटीसी गर्भगृह से दर्शन नहीं करा रही है। जबकि केदारनाथ में गर्भगृह से ही दर्शन का महत्व है। कहा कि मंदिर समिति अपने चहेतों और हेलिकॉप्टर से पहुंच रहे यात्रियों को पर्ची से दर्शन करवा रही है।
केदार सभा के पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला, पंकज शुक्ला, रमाकांत शर्मा आदि का कहना था कि यात्रा को सिर्फ अभी 11 ही दिन हुए हैं। लेकिन बीकेटीसी यात्रियों की अधिक संख्या बताकर भक्तों को सभामंडप से दर्शन करा रही है। ऐसे में दूर प्रांतों से आए श्रद्धालु निराश लौट रहे हैं।
केदार सभा ने कहा कि मंदिर समिति की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पर्ची के सहारे खास को दर्शन बंद करने और गर्भगृह से आम श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की मांग की। लगभग चार घन्टे तक चले धरना-प्रदर्शन के बीकेटीसी के पदाधिकारियों ने केदार सभा को आश्वस्त किया कि मंगलवार से आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह से ही दर्शन कराए जाएंगे, जिसके बाद आज सुबह से आम श्रद्धालुओं को भी दर्शन कराए जा रहे हैं।