12 अगस्त को उत्तराखंड के प्रतिष्ठित गीतकार नरेंद्र सिंह नेगी के 101 चुनिंदा गीतों की पुस्तक “कल फिर सुबह होगी” का विमोचन होगा। इस पुस्तक का संपादन वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ललित मोहन रयाल ने किया है। 388 पृष्ठों की इस पुस्तक को विनसर प्रकाशन, देहरादून ने प्रकाशित किया है।
यह विमोचन नेगी के 75वें जन्मदिवस के अवसर पर देहरादून में होगा। नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने जीवन के पांच दशकों को उत्तराखंड के गीत-संगीत को समर्पित किया है और गढ़वाली भाषा के सशक्त प्रयोग से उसे जीवंत बनाया है।
ललित मोहन रयाल ने इस पुस्तक में नेगी की रचनाओं को आठ वर्गों में बांटकर उनके 101 गीतों की सरल व्याख्या की है। रयाल ने नेगी की रचनाओं की तुलना भूपेन हजारिका और बॉब डिलन से की है, यह दर्शाते हुए कि नेगी अपने समाज के एक प्रमुख प्रतिनिधि स्वर हैं।