ग्रीन टी पियें और जरूर पियें, ग्रीन टी पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन

ग्रीन टी पियें और जरूर पियें, ग्रीन टी पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन

एन्टीआक्सीडेंट प्रोपर्टीस एंड हेल्थ बेनेफिट्स ऑफ़ ग्रीन टी (Antioxidant Properties and Health Benefits of Green Tea) पुस्तक का विमोचन

रेनबो न्यूज़ इंडिया * 30 सितम्बर 2021
कोरोना महामारी के दौरान लॉक डाउन से सभी लोग अब स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा सजग हो गए हैं। रिफ्रेशमेंट ड्रिंक या स्वास्थ्य लाभ के लिए लोग ग्रीन टी का कभी उपयोग करते हैं। एन्टीआक्सीडेंट प्रोपर्टीस एंड हेल्थ बेनेफिट्स पर विशेष पुस्तक प्रो० निशांत राय एवं प्रो० जिगीषा द्वारा सम्पादित की गई हैं। ग्रीन टी पर “एन्टीआक्सीडेंट प्रोपर्टीस एंड हेल्थ बेनेफिट्स ऑफ़ ग्रीन टी” पुस्तक का विमोचन किया गया। यह पुस्तक नोवा साइंस पब्लिशर्स, इंक. यूएसए द्वारा प्रकाशित की गई है।

चाय पीनी है तो फायदे ले लिए ग्रीन-टी पिएं

पानी के बाद चाय दुनिया भर में सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय है। चाय की खेती भारत और चीन में सदियों से की जाती रही है। चाय को न केवल रिफ्रेशमेंट ड्रिंक के रूप में लिया जाता है, बल्कि इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद पेय के रूप में भी लिया जाता है। चाय अपने विभिन्न घटक यौगिकों के कारण प्रचुर मात्रा में स्वास्थ्य लाभकारी प्रभावों के लिए अध्ययन का विषय है।

ग्रीन-टी के फायदे और उपयोग

चाय, जिसे वैज्ञानिक रूप से कैमेलिया साइनेंसिस के रूप में जाना जाता है, इसके पांच अलग-अलग रूप है: काली चाय, हरी चाय, सफेद चाय, ऊलोंग चाय और पीली चाय। इनमें से हरी और काली किस्मों ने वैज्ञानिकों को सबसे ज्यादा आकर्षित किया है। काली चाय का अध्ययन पहले किया गया तथा इसके बाद हरी चाय ने अनुसंधान के लिए वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है। चाय पीने के लाभकारी प्रभाव ज्यादातर इसकी एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के कारण होते हैं। एंटीऑक्सिडेंट वे पदार्थ होते हैं जो भोजन में विभिन्न वर्णक या यौगिकों के रूप में मौजूद होते हैं। एंटीऑक्सिडेंट मानव शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को बेअसर कर सकता है। शरीर में फ्री रेडिकल्स कोशिकाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं, कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं या यहां तक कि कोशिका मृत्यु का कारण बन सकते हैं। कभी-कभी फ्री रेडिकल्स डी० एन० ए० के साथ प्रतिक्रिया भी कर सकता है और इसे नुकसान पहुंचा सकता है। किसी भी अन्य पेय की तुलना में चाय में पॉलीफेनोल्स बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि ब्लैक टी की तुलना में ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि या फ्री रेडिकल्स को हटाने की क्षमता अधिक होती है। विभिन्न अध्ययनों के परिणामों से यह भी पता चला है कि ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स की मात्रा ब्लैक टी की तुलना में काफी अधिक होती है।

ग्रीन टि में कैटेचिन भी एक अत्यधिक उपयोगी घटक है। चूंकि हमारे दैनिक भोजन सेवन में कैटेचिन की जैव उपलब्धता बहुत कम है, यह ग्रीन टी को दैनिक जीवन के लिए एक बहुत ही आवश्यक पेय बनाता है। यह भी बताया गया है कि ग्रीन टी से हृदय रोग मोटापे और मोटापे से संबंधित विकारों के स्वास्थ्य से सम्बंधित जोखिम को कम करने और कैंसर की रोकथाम में भी जुड़े हुए हैं।

प्रकाशित पुस्तक में सात अध्याय शामिल हैं, जिसमें ग्रीन टी के गुणों और इन विट्रो और विवो दोनों पहलुओं में इसकी एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि पर प्रकाश डाला गया है। पुस्तक में हरी चाय की एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि को मापने के लिए उपयोग की जाने वाली विभिन्न विश्लेषणात्मक तकनीकों को भी शामिल किया गया है। यह पुस्तक विभिन्न तनाव-संबंधी और साथ ही ऑक्सीडेटिव रोगों को नियंत्रित करने में विभिन्न ग्रीन टी पॉलीफेनोल्स की भूमिका को उजागर करती है, जिन्हें उचित मात्रा में ग्रीन टी के सेवन से रोका जा सकता है।

प्रो० निशांत राय और डॉ० जिगिशा आनंद वर्तमान में ग्राफिक एरा डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, देहरादून में कार्यरत हैं।

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