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श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय और सदर्न फेडरल विश्वविद्यालय रूस के बीच ऐतिहासिक समझौता, अनुसंधान और नवाचार को मिलेगा बढ़ावा

श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय और सदर्न फेडरल विश्वविद्यालय रूस के बीच ऐतिहासिक समझौता, अनुसंधान और नवाचार को मिलेगा बढ़ावा

श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, बादशाहीथौल (टिहरी गढ़वाल) और रूस के रोस्तोव-ऑन-डॉन स्थित सदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी (SFedU) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस समझौते का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन, सतत शहरीकरण, नवीकरणीय ऊर्जा, बौद्धिक संपदा अधिकार और उद्यमशीलता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देना है।

श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन. के. जोशी ने इस साझेदारी को विश्वविद्यालय के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा, “यह समझौता हमारे शैक्षिक अनुभवों को समृद्ध करने और अनुसंधान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।” उन्होंने इस अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को छात्रों और संकाय के लिए एक बेहतर अवसर करार दिया।

इस MoU के अंतर्गत, दोनों संस्थान संयुक्त कार्यक्रमों के माध्यम से अनुसंधान, नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करेंगे। यह समझौता तीन वर्षों के लिए वैध रहेगा और दोनों संस्थान प्रौद्योगिकी उन्नयन, सतत विकास, तथा पहाड़ी क्षेत्रों में रिवर्स माइग्रेशन को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे।

समझौते पर हस्ताक्षर श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री दिनेश चंद्र और सदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी के परियोजना उप-प्रमुख प्रो. एम. बॉन्डरेव द्वारा किए गए। गणित विभाग की प्रमुख प्रो. अनीता तोमर ने इसे गणितीय अनुसंधान के क्षेत्र में नए अवसरों की शुरुआत बताया।

सदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय गणितीय केंद्र के प्रमुख प्रो. एलेक्सी कारापेट्यांत्स ने इस साझेदारी को वैज्ञानिक खोज और शैक्षणिक सहयोग के लिए महत्वपूर्ण बताया।

यह समझौता दोनों संस्थानों के बीच ज्ञान और संसाधनों के आदान-प्रदान के साथ वैश्विक अनुसंधान और शिक्षा में नए आयाम स्थापित करेगा।

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