सौगात: टिहरी और हरिद्वार जिले में बनाये जायेंगे श्रीदेव सुमन विवि के नए परिसर

सौगात: टिहरी और हरिद्वार जिले में बनाये जायेंगे श्रीदेव सुमन विवि के नए परिसर

रेनबो समाचार * 11 जून 2021 

नई टिहरी। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के बनेगे दो नए कैंपस। विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने अहम फैसले लेते हुए टिहरी एवं हरिद्वार में भी परिसर खोलने का प्रसव पास किया है।

बृहस्पतिवार दस जून को हुई विश्वविद्यालय की पंचम कार्य परिषद की बैठक डाॅ0 पी0पी0 ध्यानी, कुलपति एवं अध्यक्ष, कार्य परिषद की अध्यक्षता में ऑनलाइन आयोजित की गयी। बैठक में कार्य परिषद ने कई अहम फैसलों पर मुहर लगायी गयी।
साथ ही कुलपति डॉ० पीपी ध्यानी ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के मध्येनजर व्यापक छात्रहित में कार्य परिषद द्वारा ‘वार्षिक पद्धति’ को समाप्त कर इसके स्थान पर ‘सेमेस्टर पद्धति’ लागू करवाये जाने का अनुमोदन कर शासन को अवगत कराने का निर्णय लिया गया।

कार्य परिषद के अहम फैसले

इसके अलावा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय का तृतीय दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में आयोजित करने, पं0 ललित मोहन शर्मा स्नातकोत्तर महाविद्यालय का नाम ‘‘पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश,’’ किये जाने, एवं विश्वविद्यालय में ‘‘पं0 ललित मोहन स्मृति व्याख्यान’’ प्रारम्भ किये जाने का अनुमोदन किया गया।

स्नातक स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा को ‘‘श्रीदेव सुमन गोल्ड मेडल’’ से अलंकृत किये जाने एवं पुरस्कार राशि स्वरूप 11हजार रुपये दिए जाने का अनुमोदन किया गया। विश्वविद्यालय की देहरादून स्थित सहसपुर के स्थान भाऊवाला स्थित 2 एकड़ भूमि पर मैदानी छात्रों की सुगमतापूर्वक कार्य पहुंच हेतु ’’कैम्प कार्यालय कम अतिथि गृह’’ निर्माण किये जाने का अनुमोदन किया गया।

स्नातक स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्रा को ‘श्रीदेव सुमन गोल्ड मेडल’ से अंलकृत किये जाने एवं पुरूष्कार राशि स्वरूप 11,000 रुपये दिये जाने का अनुमोदन किया गया।

विश्वविद्यालय की देहरादून स्थित सहसपुर के स्थान भाऊवाला स्थित 2.00 एकड़ भूमि पर मैदानी छात्रों की सुगमतापूर्वक कार्य पहुंच के लिए ‘कैंप कार्यालय कम अतिथि गृह’ निर्माण किये जाने का अनुमोदन किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित स्मृति व्याख्यान (वीसी गब्बर सिंह नेगी स्मृति व्याख्यान, ‘श्रीदेव सुमन स्मृति व्याख्यान’ एवं ‘पंडित ललित मोहन शर्मा स्मृति व्याख्यान’ का प्रत्येक वर्ष आयोजन किये जाने का अनुमोदन किया गया।

विश्वविद्यालय मुख्यालय के सभागार का नाम प्रथम विश्वयुद्ध के महानायक, विक्टोरिया क्रास ‘वीसी गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल हाल’ किये जाने का अनुमोदन किया गया। . कार्य परिषद् द्वारा विश्वविद्यालय की सत्र 2020-21 की वार्षिक प्रगति का अनुमोदन किया गया और कोविड 19 संक्रमण काल में विश्वविद्यालय द्वारा किये गये विशिष्ट कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की गयी।

विभिन्न राजकीय एवं निजी महाविद्यालय में विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रम की अवधि के लिए अस्थायी मान्यता, एवं 05 वर्ष की अस्थायी सम्बद्धता पूर्ण कर चुके संस्थानों/महाविद्यालयों को स्थायी सम्बद्धता प्रदान करने के लिए कार्रवाई किये जाने का अनुमोदन किया गया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के मध्येनजर व्यापक छात्रहित में कार्य परिषद द्वारा ‘वार्षिक पद्धति’ को समाप्त कर इसके स्थान पर ‘सेमेस्टर पद्धति’ लागू करवाये जाने का अनुमोदन कर शासन को अवगत कराने का निर्णय लिया गया। इसके आलावा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव श्री सुधीर बुडाकोटी द्वारा विश्वविद्यालय में किये गये अमर्यादित, कृत्यों पर परिषद द्वारा खेद व्यक्त किया गया।

बैठक में कार्य परिषद के सभी 17 सम्मानित सदस्य उपस्थित रहे। जिनमें कुलाधिपति नामित सदस्य मा0 न्यायमूर्ति (से0नि0) श्री बी एस वर्मा, एयर कॉमोडोर (से नि ) श्री देवेन्द्र शर्मा, डाॅ० कौशलेंद्र सिंह भदौरिया, डाॅ० गजेन्द्र सिंह, राज्य सरकार द्वारा नामित सदस्य प्रो० एम एस एम रावत, पूर्व कुलपति (हे नं ब ग वि वि ), दीपेन्द्र चौधरी भा.प्र.से., सचिव, उच्च शिक्षा, डाॅ० पंकज पन्त, प्राचार्य, परिसर ऋषिकेश, डाॅ० आर के गुप्ता, प्राचार्य, परिसर गोपेश्वर, प्रो० संदीप कुमार, प्राचार्य, विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के संकायाध्यक्ष इत्यादि द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक का संचालन कार्य परिषद के सचिव प्रो० एम एस रावत, प्रभारी कुलसचिव द्वारा किया गया।

Please share the Post to: