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 डायबिटीज-डाइट मैनेजमेंट एंड अवेयरनेस पर व्याख्यान कार्यशाला का आयोजन

 डायबिटीज-डाइट मैनेजमेंट एंड अवेयरनेस पर व्याख्यान कार्यशाला का आयोजन

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर के गृह विज्ञान विभाग द्वारा एक दिवसीय व्याख्यान कार्यशाला का आयोजन दिनांक 12 सितम्बर 2024 को श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर के गृह विज्ञान विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह मनाया गया, जिसमें एक दिवसीय व्याख्यान कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य विषय डायबिटीज: डाइट मैनेजमेंट एंड अवेयरनेस था। 

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परिसर निदेशक प्रो० एम एस रावत, विशिष्ट अतिथि कला संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो० डी सी गोस्वामी,  वाणिज्य संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रो० कंचनलता सिन्हा एवं डी एस डब्लू प्रो० प्रशांत कुमार उपस्थित रहे। साथ ही गणित विभाग की  विभागाध्यक्ष प्रो० अनिता तोमर, भूगोल विभाग से प्रो० अरुणा सूत्रधार, शिक्षाशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ० अटल बिहारी त्रिपाठी एवं भूगोल के प्राध्यापक डॉ० केदार बिष्ट मौजूद भी रहे। 

कार्यशाला की मुख्य वक्ता रेखा नेगी, फाउंडर एंड प्रेसिडेंट उदय डायबिटीज सोसायटी रहीं। कार्यक्रम की  संयोजक डॉ० पारुल मिश्रा, कार्यकारी विभागाध्यक्ष – गृह विज्ञान विभाग रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ० वन्दना भंडारी ने किया। 

समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन तथा सरस्वती प्रतिमा में माल्यार्पण के साथ प्रारंभ हुआ। गृह विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि  प्रो० डी सी गोस्वामी सर ने परम्परागत भोज्य पदार्थों के महत्व पर जोर दिया। प्रो० कंचनलता सिन्हा ने अपने उद्बोधन में छात्र छात्राओं को जंक फूड से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया, साथ ही संतुलित आहार पर जोर देने को कहा। प्रो० प्रशांत कुमार ने उचित पोषण के बारे में छात्र-छात्राओं को समझाया। 

परिसर निदेशक प्रो० एम एस रावत सर ने छात्र-छात्राओं को एक अच्छी जीवन शैली को अपनाने पर बल दिया,   मुख्य वक्ता रेखा नेगी ने अपने व्याख्यान में डायबिटीज समस्या के बारे जानकारी दी। मुख्य वक्ता ने डायबिटीज से होने वाली समस्याओं को कैसे  कम किया जा सकता है इस पर चर्चा की। साथ ही उचित पोषण एवं आहार का डायबिटीज में क्या योगदान है विषय पर भी जोर दिया। 

डॉ० पारुल मिश्रा ने  बताया कि स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है और इस तरह के आयोजन युवाओं को निष्क्रिय जीवन शैली से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं के बारे में बताया साथ ही उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन भी दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में लैब असिस्टेंट श्रीमती आशा रावत एवं एमटीएस श्रीमती पूनम का भी योगदान रहा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे और कार्यशाला में उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।

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