जौनसार-बावर के रीति-रिवाज और लोक सांस्कृतिक परंपराओं को समर्पित पहली जौनसारी पिचर फिल्म ‘मैरै गांव की बाट’ 5 दिसंबर को देहरादून और 6 दिसंबर से विकासनगर के सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। इस फिल्म के प्रस्तुतकर्ता के.एस चौहान हैं, जिन्होंने घोषणा की कि देहरादून में यह फिल्म सेंट्रियो मॉल और विकासनगर में न्यू उपासना थिएटर में दिखाई जाएगी।
फिल्म की खासियत
फिल्म के लेखक व निर्देशक अनुज जोशी ने बताया कि यह फिल्म जौनसार-बावर की संयुक्त परिवार की परंपरा, नारी सम्मान और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रस्तुत करती है। अप्रैल से जुलाई के बीच चार चरणों में फिल्म की शूटिंग जौनसार-बावर के विभिन्न स्थलों पर की गई। फिल्म में सभी कलाकार जौनसार-बावर क्षेत्र से ही हैं, जिनमें से अधिकांश नए चेहरों ने पहली बार बड़े कैमरे का सामना किया है।
सेंसर बोर्ड की सराहना
अनुज जोशी ने बताया कि फिल्म की सेंसर स्क्रीनिंग दिल्ली में संपन्न हुई और इसे प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुका है। सेंसर बोर्ड ने लोक परंपराओं पर बनी इस फिल्म की सराहना की है।
फिल्म की टीम
फिल्म के निर्माता आयुष गोयल और अभिनव चौहान हैं। गीतकार श्याम सिंह चौहान के लिखे गीतों को संगीतकार सीताराम चौहान ने धुनों में पिरोया है। फिल्म का निर्देशन अनुभवी निर्देशक अनुज जोशी ने किया है, और इसका डीओपी हरीश नेगी हैं।
मुख्य कलाकार
फिल्म में अभिनव चौहान, प्रियंका, अमित चौहान, आकृति जोशी, विक्रम रावत, मधुबाला पंवार, और कई अन्य स्थानीय कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। बाल कलाकारों में तनिष्क और आरुषि ने भी प्रभावशाली भूमिकाएं निभाई हैं।
प्रदर्शन का क्षेत्र
फिल्म का प्रदर्शन देहरादून और विकासनगर के अलावा दिल्ली, शिमला, पांवटा साहिब, हरिद्वार सहित अन्य शहरों में भी किया जाएगा।
फिल्म के पहले टीजर ने दर्शकों में उत्सुकता बढ़ाई है। जौनसार-बावर, जौनपुर, रंवाई और हिमाचल क्षेत्र के लाखों दर्शक इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ‘मैरै गांव की बाट’ क्षेत्रीय सिनेमा के माध्यम से जौनसार-बावर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाने का एक अभूतपूर्व प्रयास है।