देहरादून, 25 फरवरी 2025 – सिंचाई विभाग में फर्जी हस्ताक्षर कर पांच अधिकारियों के स्थानांतरण करने का मामला सामने आया है। प्रमुख अभियंता सुभाष चंद्र की शिकायत पर नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुआ फर्जी तबादला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शासन के नाम से जारी फर्जी आदेशों के माध्यम से पांच अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया। इन आदेशों में शामिल थे:
- जयदीप सिंह (अपर सहायक अभियंता) – चंबा से उत्तरकाशी
- सुमित कुमार (अपर सहायक अभियंता) – कोटद्वार से श्रीनगर
- चिरंजी लाल (अपर सहायक अभियंता) – हल्द्वानी में स्थानांतरण
- महेंद्र पाल सिंह (सहायक अभियंता) – नैनीताल में स्थानांतरण
- अमित सेमवाल (कनिष्ठ सहायक) – श्रीनगर स्थानांतरण
डाक रनर ने खोली पोल
शासन और सिंचाई विभाग के बीच डाक का आदान-प्रदान करने वाले दीपक शर्मा ने बताया कि उसने 6 फरवरी 2025 को सभी डाक प्रमुख अभियंता कार्यालय को उपलब्ध कराई थी। इसके बाद मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (कार्मिक अनुभाग-01) ने अपने हस्ताक्षर कर पत्रों को अग्रसारित कर दिया।
हालांकि, जांच में यह पाया गया कि स्थानांतरण आदेश फर्जी हस्ताक्षरों से जारी किए गए थे, जिनका शासन से कोई संबंध नहीं था।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
प्रमुख अभियंता कार्यालय से मामला सामने आने के बाद नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। फिलहाल, अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ जांच जारी है। पुलिस मामले से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने इस फर्जीवाड़े को गंभीर मानते हुए जांच में पूरी मदद देने की बात कही है।