हे. न. ब. गढ़वाल (केंद्रीय) विश्वविद्यालय श्रीनगर (गढ़वाल) बिरला परिसर के ACL सभागार में आज दिनांक 11-02-25 को राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा ‘हिंदी तिमाही प्रगति रिपोर्ट में उचित प्रतिष्टि’ विषय पर एकदिवसीय तिमाही हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम राजभाषा प्रकोष्ठ की समन्वयक प्रो० गुड्डी बिष्ट पंवार ने कार्यशाला में उपस्थित विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० मनमोहन सिंह रौथाण जी, कुलसचिव राकेश कुमार ढोढी जी, वित्त अधिकारी संजय ध्यानी जी तथा कार्यशाला के मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान, देहरादून के अनुवाद अधिकारी यशपाल सिंह बिष्ट का स्वागत किया।
माननीय कुलपति प्रो० रौथाण जी ने कहा कि राजभाषा प्रकोष्ठ द्वारा एक एआई आधारित मशीन लर्निंग सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जा सकता है जिससे डाटा का मिसमैच न हो। कुलसचिव राकेश ढोढ़ी जी ने राजभाषा अधिनियम 1976 के प्रावधानों के पालन हेतु सुझाव दिए तथा वित्त अधिकारी संजय ध्यानी जी ने हिंदी में हस्ताक्षर हेतु प्रेरित किया। कार्यशाला का मुख्य व्याख्यान यशपाल सिंह बिष्ट द्वारा दिया गया जिसमें विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को प्रगति रिपोर्ट में प्रयुक्त महत्वपूर्ण शब्दावली, राज्यों का क्षेत्रवार वर्गीकरण, पत्राचार लक्ष्य, नवीन प्रपत्र आदि विषयों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया कार्यक्रम का संचालन डॉ० सविता मैठाणी ने किया। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के कर्मचारी ईश्वर प्रसाद, सुरेंद्र असवाल, एस०एम० सेमवाल, साहब सिंह चौहान. हर्षमणि थपलियाल आदि उपस्थित रहे।