राजकीय महाविद्यालय कण्वघाटी कोटद्वार के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अनुराग शर्मा की कविताओं की पुस्तक “21 कविताएँ : यथार्थ एवं कल्पनाएँ” अमेजॉन पर ऑनलाइन प्रकाशित हो गई है | डॉ. शर्मा की कविताओं की यह पहली पुस्तक है, इससे पहले उनकी पुस्तकें – वित्तीय लेखांकन, Financial Accounting, कविता के रंग शब्दों के संग (साझा काव्य संकलन ) आदि प्रकाशित हो चुकी हैं |

डॉ. अनुराग शर्मा के लेख तथा शोध पत्र जर्नल, अखबार तथा पत्र- पत्रिकाओं में समय समय पर प्रकाशित होते रहते हैं| डॉ. अनुराग शर्मा को शिक्षा के क्षेत्र में अनेक पुरस्कार तथा सम्मान से सम्मानित किया जा चूका है |
डॉ. शर्मा की वर्तमान पुस्तक उनकी 21 कविताओं की मौलिक काव्य रचना है जिसमे उन्होंने यथार्थ तथा कल्पनाओं का समावेश किया है, इसमें उन्होंने बीज की कल्पना, पौधा लगाओ पेड़ बनाओ , प्रशंसा से उबलना मत, हम मिलेंगे जरूर, वो पीढ़ी भी क्या पीढ़ी थी, अहम् और वहम, मुस्कुराओ, पल, वृद्धजन, पुराना जमाना, रिश्ते, मेरी माँ , चिट्ठी, घर की दीवारें, कोलाहल, कोटद्वार सर्वोदय सेवक आदरणीय मान सिंह रावत जी, चक्रवर्ती सम्राट भरत, रविवार तथा बेटियाँ आदि उप शीर्षक पर अपनी कविताएँ लिखी हैं |
यह पुस्तक अमेजॉन पर ऑनलाइन उपलब्ध है |आप सभी इस पुस्तक को कविता के शीर्षक अथवा डॉ. अनुराग शर्मा के नाम से खोजकर ऑनलाइन खरीद कर पढ़ सकते हैं एवं अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रेषित कर सकते हैं |