उत्तराखंड के इंजीनियर नवीन पटवाल ने दुनिया की सबसे महंगी मशरूम में से एक गुच्छी मशरूम की सफल खेती कर भारत में नया कीर्तिमान रचा है। अब तक यह मशरूम सिर्फ जंगलों में प्राकृतिक रूप से मिलती थी और इसका उत्पादन मुख्य रूप से चीन और फ्रांस में होता था। लेकिन नवीन के दो साल के प्रयोग और मेहनत के बाद यह अब भारत में भी उगाई जा सकेगी।
उन्होंने 100 स्क्वायर मीटर के पॉलीहाउस में 100 किलो मशरूम का सफल उत्पादन किया है। यह मशरूम 90 दिनों की साइकल में बिना किसी केमिकल या उर्वरक के उगाया गया। इसकी कीमत 30,000-40,000 रुपये प्रति किलो तक होती है और यह अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इस खेती से उत्तराखंड में पलायन रोकने में मदद मिलेगी और स्थानीय किसानों के लिए नए अवसर खुलेंगे।
उद्यान विभाग ने इसे भारत में पहला सफल यूनिट करार दिया है और इसके विस्तार में सहयोग देने का आश्वासन दिया है। मशरूम विशेषज्ञ डॉ. मंजीत सिंह का मानना है कि यह खेती पहाड़ी क्षेत्रों के लिए गेम चेंजर साबित होगी। नवीन पटवाल की यह सफलता भारत में मशरूम की खेती में क्रांति ला सकती है।