उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2025 में इस बार लगभग 28 हजार छात्र-छात्राएं असफल हो गए हैं। इनमें से कई विद्यार्थियों को निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद, रामनगर उत्तीर्ण होने के लिए तीन मौके देने जा रही है।
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में इतने छात्र फेल
बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल हाईस्कूल में 10 हजार और इंटरमीडिएट में 18 हजार विद्यार्थी फेल हुए हैं। बोर्ड के अपर सचिव बृहमोहन रावत ने बताया कि हाईस्कूल में जो छात्र दो विषयों में और इंटर में एक विषय में फेल हैं, उन्हें विशेष अवसर प्रदान किया जाएगा।
जुलाई में होगा पहला मौका
बोर्ड द्वारा फेल छात्रों से इसी महीने परीक्षा फॉर्म भरवाए जाएंगे, जिसकी पहली परीक्षा जुलाई 2025 में कराई जाएगी। इसके बाद दूसरा मौका उन्हें 2026 की मुख्य परीक्षा में और तीसरा मौका उसके तुरंत बाद आयोजित परीक्षा में मिलेगा।
अंक सुधार का भी मौका
बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो छात्र अपनी अंक वृद्धि करना चाहते हैं, वे भी इन परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं। यह कदम उन छात्रों के लिए राहत भरी खबर है जो कुछ अंकों से पीछे रह गए थे।
हिंदी बनी सबसे बड़ी बाधा
इस बार हिंदी विषय में ही 6431 छात्र फेल हुए हैं, जिनमें 10वीं के 3582 और 12वीं के 2849 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।