देहरादून। अब मच्छरों और चींटियों से छुटकारा पाने के लिए केमिकल नहीं, आयुर्वेद काम आएगा! आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और उनकी टीम ने एक ऐसा अनोखा आयुर्वेदिक क्वॉयल तैयार किया है जो पूरी तरह हर्बल है — और अब भारत सरकार ने इस देसी फॉर्मूले को पेटेंट भी दे दिया है।
नीम, गुग्गुल, जड़ी-बूटियां और गाय के गोबर जैसी पारंपरिक सामग्रियों से बनी इस क्वॉयल की खास बात ये है कि ये पर्यावरण के लिए भी नुकसानदेह नहीं है और इंसानों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। यह फार्मूला न केवल मच्छरों को भगाता है, बल्कि घर में चींटियों का भी नामोनिशान मिटा सकता है।
इस शोध में प्रो. डॉ. सुनील जोशी, डॉ. नवीन जोशी, डॉ. दीपक सेमवाल, डॉ. आशुतोष चौहान और शोधार्थी डॉ. अंकित ने मिलकर काम किया। 2019 में शुरू हुए इस प्रयोग को अब पेटेंट का अधिकार मिला है, जिससे आयुर्वेदिक समाधान को एक नई वैज्ञानिक पहचान भी मिल गई है।
अब देसी तरीका अपनाइए, कीटों से घर बचाइए!