रुड़की। उत्तराखंड के रुड़की तहसील क्षेत्र से ग्रामीणों के लिए बड़ी और अहम खबर सामने आई है। लंबे समय से बाढ़ की मार झेल रहे इस क्षेत्र के लोगों के लिए अब सुनहरे भविष्य का सपना हकीकत बनने जा रहा है। यहाँ बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी स्थापित होने जा रही है।
बारहपुरा ग्राम प्रधान ने दी 50 बीघा जमीन
इस परियोजना के लिए बारहपुरा ग्राम प्रधान ने उद्योग महानिदेशक उत्तराखंड के साथ समझौता (अनुबंध) कर लिया है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट के लिए अपनी 50 बीघा भूमि समर्पित की है। ग्राम प्रधान का कहना है कि यह कदम न केवल बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को राहत देगा, बल्कि क्षेत्र के भविष्य को भी सुरक्षित और बेहतर बनाएगा।
परियोजना का उद्देश्य
- बाढ़ की मार झेल रहे ग्रामीणों को राहत पहुंचाना।
- क्षेत्र के भविष्य को सुरक्षित और बेहतर बनाना।
ग्राम प्रधानों का सहयोग
इससे पहले मिर्जापुर मुस्तफाबाद के ग्राम प्रधान मीर आजम समेत अन्य ग्रामीणों ने भी सैकड़ों बीघा जमीन देने को लेकर इकरारनामा किया था। वहीं, डण्डेढ़ी ग्राम प्रधान विकास सैनी ने भी परियोजना में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
ग्राम प्रधान हाकम अली ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर युवाओं को रोजगार, व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा और अन्य मूलभूत सुविधाएं घर बैठे मिलेंगी। उन्होंने ग्रामीणों के उज्जवल भविष्य के लिए और अधिक जमीन देने का भी वादा किया।
1831 एकड़ में बनेगी स्मार्ट सिटी
महाप्रबंधक पंकज शांडिल्य ने ग्राम प्रधानों की पहल की सराहना करते हुए कहा कि सुरक्षित माहौल की गारंटी ने ही इस मेगा प्रोजेक्ट का रास्ता साफ किया है। योजना के तहत 1831 एकड़ भूमि पर इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी विकसित की जाएगी।
ग्रामीणों के लिए नई उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि यह इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी ग्रामीणों के लिए रोजगार और निवेश के नए अवसर लाएगी। साथ ही बाढ़ग्रस्त जमीन पर बनने वाली यह परियोजना ग्रामीणों की दिशा और दशा दोनों बदलने में अहम भूमिका निभाएगी।