उत्तराखंड में कफ सिरप घोटाले के बाद अब पैरासिटामोल सिरप पर कार्रवाई, एफडीए ने शुरू की जांच

उत्तराखंड में कफ सिरप घोटाले के बाद अब पैरासिटामोल सिरप पर कार्रवाई, एफडीए ने शुरू की जांच

देहरादून: उत्तराखंड में कफ सिरप घोटाले के बाद अब बच्चों को दी जाने वाली पैरासिटामोल सिरप पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने पूरे प्रदेश में पैरासिटामोल सिरप की गुणवत्ता जांच के आदेश जारी किए हैं।

रविवार को एफडीए की टीमों ने कई जिलों में मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया और 9 पैरासिटामोल सिरप के सैंपल एकत्र किए। सभी नमूने अब देहरादून स्थित औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में भेजे गए हैं, जहां उनकी गुणवत्ता की जांच की जाएगी।

चार साल से कम उम्र के बच्चों की दवा पर विशेष नजर

एफडीए के अपर आयुक्त एवं राज्य ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि यह कार्रवाई स्वास्थ्य सचिव एवं एफडीए आयुक्त डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देश पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से चार साल से कम उम्र के बच्चों को दी जाने वाली पैरासिटामोल सिरप की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

सभी जिलों को सख्त निर्देश

राज्य के सभी मुख्य औषधि निरीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में उपलब्ध सिरप का नमूना परीक्षण अनिवार्य रूप से कराएं और किसी भी संदिग्ध उत्पाद की तुरंत रिपोर्ट दें।

पहले भी सामने आ चुके हैं गंभीर मामले

इससे पहले उत्तराखंड में कफ सिरप घोटाले को लेकर हड़कंप मच गया था, जिसके बाद कई दवा कंपनियों पर गंभीर कार्रवाई की गई थी। अब प्रशासन बच्चों की दवाओं को लेकर और भी सख्ती बरत रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही से बचा जा सके।