देहरादून, 7अक्टूबर 2025:
राजधानी देहरादून में सरकारी स्कूल की लापरवाही का मामला सामने आया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बांध विस्थापित बंजारावाला में स्कूली बच्चों से रेता, बजरी और मिट्टी ढुलवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून ने विद्यालय की प्रधानाचार्या को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
06 अक्टूबर को सामने आए एक वीडियो में छोटे-छोटे बच्चे स्कूल ड्रेस में तसले और फावड़े से रेता उठाते हुए दिखाई दिए। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि बच्चे विद्यालय परिसर में रखी मिट्टी और बजरी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा रहे हैं। इस पर विभाग ने तुरंत संज्ञान लेते हुए उप शिक्षा अधिकारी, रायपुर को जांच के निर्देश दिए।
बाल श्रम की पुष्टि के बाद कार्रवाई
जांच में पाया गया कि विद्यालय में बच्चों से श्रम कराया गया था। उप शिक्षा अधिकारी, रायपुर की रिपोर्ट के आधार पर जिला शिक्षा अधिकारी (प्राथमिक शिक्षा) ने विद्यालय की प्रधानाचार्या को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए सेवाओं से निलंबित कर दिया। साथ ही उन्हें उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय, रायपुर में संबद्ध किया गया है।
अन्य शिक्षिकाओं पर भी कार्रवाई संभव
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत अन्य शिक्षिकाओं से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि जांच में उनकी लापरवाही पाई जाती है, तो उनके विरुद्ध भी कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
विभाग ने जताई कड़ी नाराजगी
शिक्षा विभाग ने इस घटना को “गंभीर लापरवाही और बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन” बताया है। अधिकारियों ने कहा कि विद्यालय परिसर में बच्चों से मजदूरी कराना किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।