रेनबो न्यूज़ इंडिया* 17 फरवरी 2022
आयुष मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार गिलोय सुरक्षित और इसका कोई विषाक्त असर नहीं है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मीडिया के कुछ वर्गों ने गिलोय को लिवर खराब होने से बेवजह जोड़ा है। आयुष मंत्रालय एक बार फिर से कहता है कि गिलोय सुरक्षित है और उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इसका कोई विषाक्त असर नहीं होता। ’’
बयान में कहा गया कि आयुर्वेद में इसे कायाकल्प करने वाली सर्वश्रेष्ठ जड़ी बूटी कहा गया है। हालांकि, किसी औषधि का सुरक्षित होना उसके उपयोग के तरीके पर निर्भर करता है।
बयान में कहा गया है कि कोविड-19 के प्रबंधन में इसका उपयोग किया गया है। इसके संपूर्ण स्वास्थ्य फायदों को देखते हुए इसके विषाक्त होने का दावा नहीं किया जा सकता।
Related posts:
- मकर संक्रांति के पर्व पर देश-विदेश के 75 लाख लोग एक साथ करेंगे सूर्य नमस्कार- केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोणोवाल
- निशुल्क स्वास्थ्य सेवायें देने पर कोरोना यौद्धाओं को बांटे गये आयुष रक्षा किट
- देश में अभी तक ‘ओमीक्रोन’ के 213 मामले आए सामने
- देश में 75 हजार हेक्टेयर जमीन पर जड़ी-बूटियों की खेती की जायेगी
- पर्यावरण गतिविधि एवं भाजपा केदार नगर मण्डल द्वारा गिलोय, तुलसी, अस्वगंधा एवं कढ़ी पत्ते के पौधे वितरित किये
- बिजली मंत्रालय ने जारी किए नए नियम, अंशधारकों पर वित्तीय दबाव कम करने में मिलेगी मदद