रेनबो न्यूज़ इंडिया * 18 मई 2022
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायतों से जुड़े तमाम मामलों को लेकर विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसमें गलत तरीके से नियुक्तियों के मामले शामिल हैं। खास बात यह है कि विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील जोशी की भी नियुक्ति को लेकर अलग से जांच करने की तैयारी है। आयुर्वेद विश्वविद्यालय में शुरू होने जा रही विजिलेंस जांच की आंच विभाग के मंत्री रहे डॉ. हरक सिंह रावत तक भी पहुंच सकती है। विवि पिछले कई सालों से वित्तीय अनियमितताओं, भ्रष्टाचार, नियुक्तियों में गड़बड़ियों के लिए चर्चाओं में है।
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में पिछले लंबे समय से अवैध नियुक्तियों और वित्तीय अनियमितताओं समेत तमाम दूसरे विषयों पर शिकायतें सामने आती रही हैं। इसके बाद अब इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने इसकी विजिलेंस जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार की नियुक्ति पर भी लंबे समय से विवाद रहा है और इस मामले पर शासन के आदेशों के उलट विश्वविद्यालय के कुलपति की तरफ से कई निर्देश दिए गए हैं। लिहाजा, अब कुलपति की नियुक्ति पर जांच कराने की तैयारी समेत विश्वविद्यालय के तमाम दूसरे कार्यों पर विजिलेंस जांच के आदेश जारी हुए है।
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