आज दिनांक 25/07/2023 को राजकीय महाविद्यालय चंद्रबदनी (नैखरी),टिहरी गढ़वाल में प्राचार्य डॉ महंथ मौर्य की अध्यक्षता में टिहरी जनक्रांति के नायक श्रीदेव सुमन जी के शहादत दिवस को श्री देव सुमन दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर श्रीदेव सुमन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें समस्त महाविद्यालय परिवार द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर समाजशास्त्र विभाग से डॉ प्रताप सिंह बिष्ट द्वारा श्रीदेव सुमन जी का जीवन परिचय देते हुए बताया गया की श्रीदेव सुमन का जन्म 25 मई 1916 को टिहरी के जौल गांव में हुआ था. ब्रिटिश हुकूमत और टिहरी की अलोकतांत्रिक राजशाही के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे श्रीदेव सुमन को दिसंबर 1943 को टिहरी की जेल में डाल दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने भूख हड़ताल करने का फैसला किया। 209 दिनों तक जेल में रहने और 84 दिनों के भूख हड़ताल के बाद श्रीदेव सुमन का 25 जुलाई 1944 को निधन हो गया।
प्राचार्य महोदय द्वारा अपने वक्तव्य के माध्यम से बताया गया की लोकतंत्र के शिल्पकार श्रीदेव सुमन (मूल नाम श्रीदत्त बडोनी) को टिहरी रियासत और अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ जनक्रान्ति कर अपने प्राणों का बलिदान करने के लिए याद किया जाता है।
उन्होंने बताया की श्रीदेव सुमन के व्यक्तित्व में कई महापुरुषों की झलक थी। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। रियासत के खिलाफ श्रीदेव सुमन के विरोध में यदि भगत सिंह का जूनून नजर आता था, तो दूसरी ओर वे महात्मा गाँधी के विचारों से भी प्रभावित थे। सुमन एक श्रेष्ठ लेखक और साहित्यकार भी थे।
संस्कृत विभाग से डॉ सचिन सेमवाल एवं हिंदी विभाग से डॉ अरविंद सिंह राणा ने आज के कार्यक्रम में कविता रूपी अपने शब्द सुमन श्रीदेव सुमन जी के चरणों में अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आज के कार्यक्रम में उपस्थित छात्र छात्राओं को एंटी ड्रग की शपथ दिलाते हुए उन्हें नशीले पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया जिसका मुख्य उद्देश्य नशीले पदार्थों के खिलाफ मौजूदा जागरूकता कार्यक्रम को बढ़ाना और मजबूत करना है।
आज के कार्यक्रम का संचालन डॉ अरविंद सिंह राणा द्वारा किया गया।