उत्तराखंड में मौसम विभाग का अनुमान सटिक साबित हुआ है। बुधवार को मौसम ने करवट ली। कई जिलों में बारिश तो कही बर्फबारी हुई है। जिससे लोगों के चेहरे खिल उठे। राज्य में पिछले लंबे समय से अच्छी बारिश और बर्फबारी नहीं हुई थी। ऐसे में जनवरी के अंतिम दिन मौसम में बदलाव से थोड़ी राहत मिली है। वहीं मौसम विभाग ने बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बुधवार के साथ ही गुरुवार के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार हिमालयी क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है।मौसम विभाग ने बुधवार को पर्वतीय जनपदों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई थी। जिसके चलते पर्वतीय क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं। प्रदेश के कई जनपदों में गर्जना के साथ बिजली चमकने और ओलावृष्टि की भी संभावना व्यक्त की गई है।
आज दून में बुंदाबांदी हुई है तो वहीं तड़के गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित आस-पास बर्फबारी हुई तो बड़कोट तहसील क्षेत्र में बारिश हुई। चकराता के लोखंडी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। वहीं, बर्फबारी से बागवानों ने भी राहत की सांस। अब बर्फबारी के चलते पर्यटकों के उमड़ने की भी उम्मीद है।
वहीं विभाग ने बुधवार और गुरुवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बर्फबारी होने की संभावना जताई है। 31 जनवरी की शाम या रात से उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिलों में तीन हजार मीटर या उससे ज्यादा ऊंचाई वाले इलाकों में भारी से भारी बर्फबारी की संभावना है।
गौरतलब है कि नवंबर महीने की शुरुआत से ही मौसम की बेरुखी बनी हुई थी। नवंबर में हल्की बारिश हुई थी लेकिन तब से बारिश और बर्फबारी के लिए प्रदेश के लोग तरस गए हैं। मैदानी क्षेत्र में कोहरा और पहाड़ों में पाले ने लोगों की मुश्किल में बढ़ाई हुई है।