देहरादून, 8 अप्रैल। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आयोजित सेमिनार में युवाओं में बढ़ते टाइप-1 डायबिटीज के प्रति छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को जागरूक किया गया।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर ग्राफिक एरा में टाइप -1 डायबिटीज: जागरूकता, प्रबंधन व चुनौतियों पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में ग्राफिक एरा अस्पताल के डिपार्टमेंट आफ डायबिटीज, ओबेसिटी एंड एंडॉक्रिनलॉजी के निदेशक डॉ. सुनील कुमार मिश्रा ने बताया कि टाइप -1 डायबिटीज छोटे बच्चों से लेकर युवाओं में भी बढ़ती जा रहा है। विशेषज्ञ द्वारा तैयार की गई आर्टिफिशियल पेनक्रियाज तकनीक टाइप -1 डायबिटीज के रोगियों में पंप के जरिए वितरित किए गए इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित करके उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार आता है।
डायबिटीज एजुकेटर और डायबिटीज अवेयरनेस इनीशिएटिव सोसाइटी की अध्यक्ष रेखा नेगी ने लोगों को डायबिटीज के लक्षण, चुनौतियों और उसके उपचार के बारे में जागरूक करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
सेमिनार का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी ने किया। कार्यक्रम में एचओडी डॉ मनु पंत, प्रो. वी. पी. उनियाल और डॉ. डी. पी. सिंह भी मौजूद रहे।
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