देहरादून, 30 मई। केंद्र के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के पूर्व सलाहकार व हेड डॉ० एस० के० वार्ष्णेय ने कहा कि शोधकर्ताओं को बहती धारा की तरह ही ज्ञान और नए विचारों के साथ आगे बढ़ते रहना चाहिए।
डॉ० एस० के० वार्ष्णेय ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने शोधकर्ताओं को ‘इंपोर्टेंस ऑफ़ रिसर्च एंड फंडिंग ऑपच्यरुनिटीज’ विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि शोध से जीवन शैली, भोजन प्रक्रिया, वित्तीय व अन्य क्षेत्रों में बड़े बदलाव आ रहे हैं। इससे जीवन के स्तर में भी सुधार हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि शोध कार्य प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में भी सहायक साबित होंगे।
कार्यक्रम का आयोजन स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर ने किया। कार्यक्रम में प्रो वाइस चांसलर प्रो० आर० गौरी, एसोसिएट डीन रिसर्च डॉ० कृष्ण कांत, विभिन्न विभागों के एचओडी व शिक्षक- शिक्षिकाएं मौजूद रहे।