विकासनगर के ढालीपुर में स्थित आसन वैटलैंड कंजर्वेशन रिजर्व में इस समय प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा लगा हुआ है। हर साल की तरह, इस बार भी साइबेरिया, चीन, रूस, दक्षिण एशिया और कजाकिस्तान से हजारों मील का सफर तय कर ये पक्षी यहां पहुंचे हैं। ठंड की शुरुआत के साथ ही यह स्थान पक्षी प्रेमियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।
वन दरोगा प्रदीप सक्सेना ने जानकारी दी कि इस रिजर्व में हर साल लगभग 60 से अधिक प्रजाति के विदेशी पक्षी प्रवास के लिए आते हैं। इनमें सुरखाब, सीखपर, लाल चोंच, गुडगुडा, कुर्चिया बत्तख और सुर्खिया बगुला जैसे अद्वितीय पक्षी शामिल हैं। ठंडे देशों से आए ये पक्षी सर्दियों के दौरान आसन वैटलैंड में आराम करते हैं और पर्यटकों को लुभाते हैं।
वन विभाग की ओर से पक्षियों की सुरक्षा और पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। पर्यटक भी इन अद्वितीय पक्षियों का दीदार करने के लिए यहां बड़ी संख्या में आ रहे हैं, जिससे स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है।