रेनबो न्यूज़ इंडिया* 16 नवंबर 2021
देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड प्रवासी परिंदों से गुलजार हो गया है। आसन झील में अभी तक 3000 से अधिक प्रवासी परिंदों ने डेरा डाल दिया है। दिसंबर माह की शुरुआत तक आसन वेटलेंड क्षेत्र में प्रवासी परिंदों की संख्या छह हजार तक पहुंच जाती है।
हजारों किमी दूरी का सफर तय कर बैराज झील में पहुंचे प्रवासी पक्षी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इससे पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों के चेहरे भी खिल उठे हैं। यह प्रवासी पक्षी मार्च माह तक यहां प्रवास करते हैं। ठंड बढ़ने के साथ ही इनकी संख्या दुगनी होने की उम्मीद की जा रही है। आसन झील में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक पक्षियों के प्रवास की उम्मीद है। पक्षियों की बढ़ती संख्या पर उत्तराखंड का वन महकमा भी मुस्तैद हो गया है।
आसन बैराज क्षेत्र के आरओ राजेंद्र हिंगवाण ने बताया कि झील के आसपास सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा कर दिया गया है। चकराता वन प्रभाग के वन दरोगा एवं पक्षी विशेषज्ञ प्रदीप सक्सेना ने बताया कि 14 नवंबर तक झील में 16 से अधिक प्रजातियों के पक्षी डेरा जमा चुके हैं। सबसे ज्यादा संख्या में सुर्खाब पहुंचे हैं। इसके अलावा कॉमन कारमोरेंट, कामन पोचार्ड, कामन कूट, ग्रे लेग लिटिल इगरेट, किंगफिशर, व्हाइट ब्रिस्टेड वाटर हैन, कॉमन मोरेहन, ग्रे हेरोन, पर्पल हेरोन, वूली नेक्ड स्टॉक, स्पॉट बिल्ड डक व डुबकी मार झील में अठखेलियां करते नजर आ रहे हैं। इससे पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों के चेहरे भी खिल उठे हैं।
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