उत्तराखंड के दो शहरों, रुद्रपुर और मसूरी, में कूड़े से बिजली और जैविक खाद का उत्पादन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश में “वेस्ट टू एनर्जी” नीति को बढ़ावा दिया गया है, जिससे ईकोलॉजी और इकोनॉमी का संतुलन बनाकर कूड़े का प्रबंधन किया जा सके।
रुद्रपुर नगर निगम ने नवंबर 2022 में पीपीपी मॉडल पर आधारित एक प्लांट की स्थापना की थी, जो अब 50 टन प्रतिदिन की क्षमता के साथ कार्यरत है। वर्तमान में यह प्लांट प्रतिदिन 30 टन कूड़े का निस्तारण कर छह किलोवॉट बिजली और “कल्याणी” नामक जैविक खाद का उत्पादन कर रहा है। मसूरी नगर पालिका ने भी मई 2023 से वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित कर 8 टन कूड़ा निस्तारण की क्षमता के साथ बायो गैस और जैविक खाद का उत्पादन शुरू किया है।
यह पहल न केवल कूड़े की समस्या का समाधान कर रही है, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।