देहरादून: लद्दाख के चांगथांग क्षेत्र से ‘राष्ट्रीय एकता यात्रा’ पर आए 20 छात्र-छात्राओं और उनके 2 शिक्षकों ने आज राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह से राजभवन में भेंट की। भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सद्भावना’ के तहत आयोजित इस यात्रा का उद्देश्य बच्चों को देश की विविधता, संस्कृति, तकनीकी और आर्थिक प्रगति का अनुभव कराना है।
दिल्ली से देहरादून तक का प्रेरणादायक सफर
यह छात्र पहली बार अपने क्षेत्र से बाहर निकले हैं और नई दिल्ली, चंडीगढ़ और देहरादून के विभिन्न संस्थानों का भ्रमण कर रहे हैं। दिल्ली में उन्होंने राष्ट्रपति से भी मुलाकात की। इस यात्रा ने बच्चों के ज्ञान और करियर की संभावनाओं को विस्तार देने का अवसर प्रदान किया है।
राज्यपाल ने दिया प्रेरणा का संदेश
राज्यपाल ने बच्चों से संवाद करते हुए उन्हें बड़े लक्ष्य रखने और अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “सफलता के लिए कठोर परिश्रम, लगन और निष्ठा जरूरी है। भ्रमण के दौरान मिले अनुभवों को जीवन में अपनाएं और अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करें।”
ऑपरेशन सद्भावना की सराहना
राज्यपाल ने भारतीय सेना और ‘ऑपरेशन सद्भावना’ की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के साथ ही दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों के समग्र विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बच्चों से कहा कि यह यात्रा उनके जीवन में नए दृष्टिकोण और प्रेरणा लेकर आएगी।
इस यात्रा में भारतीय सेना की 14वीं कोर मुख्यालय के मेजर अंशुमन शर्मा ने बच्चों का नेतृत्व किया। यात्रा से लौटने के बाद यह बच्चे अपने क्षेत्र में इस अनुभव को साझा कर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे।