देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में यातायात दबाव कम करने और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए रिस्पना और बिंदाल नदियों पर 6,250 करोड़ रुपये की लागत से चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। इस परियोजना से शहर में यातायात जाम की समस्या दूर होगी और नदियों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।
मंगलवार को हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों ने इस परियोजना का प्रस्तुतीकरण (प्रेजेंटेशन) दिया। बैठक में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, सविता कपूर, बृजभूषण गैरोला, खजान दास, देहरादून के महापौर सौरभ थपलियाल और जिलाधिकारी सविन बंसल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
योजना को सफल बनाने के लिए बनेगी विशेष इकाई
बैठक में मास्टर प्लान, ड्रेनेज सिस्टम, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट और बस्तियों के विस्थापन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। जन प्रतिनिधियों ने सुझाव दिया कि परियोजना के सफल क्रियान्वयन के लिए विशेष प्रयोजन इकाई (SPV) का गठन किया जाए, जिसमें मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (MDDA), नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, राजस्व विभाग के अधिकारी और स्थानीय विधायकों को शामिल किया जाए।
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि फिजिबिलिटी स्टडी, समरेखण और ड्राफ्ट विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार हो चुकी है। आईआईटी रुड़की से हाइड्रोलॉजिकल मॉडल स्टडी भी करवाई गई है। इसके अलावा, बिजली की लाइनें, हाई टेंशन वायर, सीवर लाइन और अन्य यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए संबंधित विभागों ने निरीक्षण कर लिया है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है।
रिस्पना और बिंदाल एलिवेटेड कॉरिडोर की खास बातें
- रिस्पना एलिवेटेड कॉरिडोर:
- लंबाई: 11 किलोमीटर
- लागत: 2,500 करोड़ रुपये
- प्रारंभिक बिंदु: रिस्पना सेतु (विधानसभा के पास)
- समाप्ति बिंदु: नागल ब्रिज
- महत्वपूर्ण जंक्शन: सहस्रधारा चौक, धोरण-आईटी पार्क रोड
- बिंदाल एलिवेटेड कॉरिडोर:
- लंबाई: 15 किलोमीटर
- लागत: 3,750 करोड़ रुपये
- प्रारंभिक बिंदु: बिंदाल ब्रिज (कारगी चौक के पास)
- समाप्ति बिंदु: राजपुर रोड (साईं मंदिर के पास)
- महत्वपूर्ण जंक्शन: लाल पुल चौक, बिंदाल तिराहा, विजय कॉलोनी, मसूरी डायवर्जन
देहरादून को मिलेगा आधुनिक परिवहन नेटवर्क
इस एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से देहरादून में यातायात व्यवस्था सुगम होगी और शहर की बुनियादी संरचना में बड़ा सुधार होगा। इसके साथ ही, रिस्पना और बिंदाल नदियों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा, जिससे शहर को एक नया रूप मिलेगा।