देहरादून, 5 अप्रैल 2025। उत्तराखंड सरकार द्वारा हाल ही में 4 जिलों की 17 जगहों के नाम बदलने का निर्णय अब विवादों और विरोधों में घिरता जा रहा है। इनमें सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना मियांवाला, जिसका नाम बदलकर रामजीवाला किया गया था।
इस निर्णय के खिलाफ स्थानीय लोगों के साथ-साथ इतिहासकारों और जनप्रतिनिधियों ने भी विरोध दर्ज कराया। उनका कहना था कि मियांवाला का संबंध किसी भी विदेशी शासक से नहीं बल्कि उत्तराखंड के राजपूतों के इतिहास से जुड़ा हुआ है।
सोशल मीडिया से सड़कों तक उभरा विरोध
नाम परिवर्तन के बाद से ही सोशल मीडिया पर विरोध की झड़ी लग गई। लोग सरकार पर इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते नजर आए। कई स्थानों पर प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपे जाने की घटनाएं भी सामने आईं।
सरकार ने वापस लिया फैसला
प्रदेश भर में उभरते विरोध को देखते हुए सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए मियांवाला का नाम बदलने का निर्णय वापस ले लिया है। सरकार ने कहा कि यह निर्णय जनभावनाओं का सम्मान करते हुए लिया गया है।
राज्य सरकार द्वारा पहले यह कहा गया था कि सभी नामों में बदलाव जनता की मांग और ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर किया गया है, लेकिन मियांवाला के मामले में जबरदस्त विरोध को देखते हुए फैसले की समीक्षा कर नाम यथावत रखने का निर्णय लिया गया है।
सरकार के यू-टर्न को लेकर राजनीतिक हलकों में भी चर्चाएं तेज हैं। विपक्ष ने इसे सरकार की जल्दबाजी और बिना शोध लिए गए फैसलों का नतीजा बताया, वहीं सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं ने इसे जनता की आवाज़ के सम्मान का प्रतीक कहा।