देहरादून, 30 मई।उत्तराखंड कैडर की वरिष्ठ और ईमानदार आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल ने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया है। वर्तमान में एसपी विजिलेंस (SP Vigilance) के पद पर तैनात रचिता जुयाल राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थीं। उनके अचानक सेवा से अलग होने की खबर ने न सिर्फ पुलिस विभाग को बल्कि पूरे प्रशासनिक महकमे को हैरानी में डाल दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, रचिता जुयाल ने यह निर्णय निजी कारणों से लिया है, हालांकि उन्होंने अब तक इस बारे में सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है।
उत्तराखंड की मूल निवासी रचिता जुयाल को उनके ईमानदार, निष्पक्ष और सख्त प्रशासनिक रुख के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने करियर में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं, जिनमें उत्तराखंड के राज्यपाल की एडीसी (ADC to the Governor) के रूप में सेवाएं देना शामिल है। उस दौरान भी उन्होंने प्रोटोकॉल व प्रशासनिक कार्यों का उत्कृष्ट प्रबंधन कर अपनी कार्यशैली की छाप छोड़ी थी।
राज्य सरकार की पारदर्शिता की नीति और भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान में रचिता जुयाल एक सशक्त चेहरा बनकर उभरी थीं। उनके नेतृत्व में विजिलेंस विभाग ने कई अहम कार्रवाइयाँ की थीं, जिससे भ्रष्टाचार में संलिप्त कई मामलों को बेनकाब किया गया।