देहरादून। उत्तराखंड में जमीन की खरीद-फरोख्त से जुड़े फर्जीवाड़ों पर रोक लगाने के लिए स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग ने ‘स्वभूमि’ मोबाइल ऐप को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया है। इस ऐप की मदद से अब कोई भी व्यक्ति संपत्ति की वास्तविक जानकारी तुरंत प्राप्त कर सकेगा।
ऐप से मिलेगी पूरी जानकारी
वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि यह ऐप भूमि से जुड़ी पारदर्शिता को बढ़ाएगा और लोगों को धोखाधड़ी से बचाएगा। इसके जरिए कोई भी व्यक्ति यह जांच सकता है कि जमीन किसके नाम पर है, उसका वास्तविक क्षेत्रफल और स्थिति क्या है तथा उसकी कीमत कितनी है।
प्रमुख विशेषताएं
‘स्वभूमि’ ऐप में उपयोगकर्ताओं को कई सुविधाएं मिलेंगी, जिनमें शामिल हैं –
- जमीन के मालिक की जानकारी
- जमीन के आकार और लोकेशन का विवरण
- संपत्ति मूल्य और स्टांप शुल्क की जानकारी
- पेपरलेस रजिस्ट्रेशन की सुविधा
- हाउस टैक्स, बिजली और पानी के बकाया बिल की जानकारी
- दस्तावेज़ अपलोड कर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा
अन्य विभागों से भी जुड़ा
स्टांप विभाग ने इस ऐप को शहरी विकास विभाग, जल संस्थान और यूपीसीएल से भी जोड़ा है। इसका फायदा यह होगा कि संपत्ति खरीदने से पहले उसके सभी बकाया और दस्तावेजों की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
कार्यालय के चक्कर से मिलेगी राहत
अब रजिस्ट्री कराने वालों को सारे दस्तावेज लेकर बार-बार दफ्तर जाने की जरूरत नहीं होगी। वे केवल ऑनलाइन दस्तावेज़ अपलोड करेंगे और तय समय पर कार्यालय जाकर औपचारिकताएं पूरी कर पाएंगे।
अधिकारियों का कहना है कि यह ऐप भूमि लेन-देन को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा तकनीकी कदम है। जल्द ही इसे पूरे राज्य में औपचारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा।