देहरादून (उत्तराखंड): देवभूमि उत्तराखंड अब सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता ही नहीं, बल्कि खुशबू से भी देश-दुनिया को आकर्षित कर रहा है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के तिमरू से बना परफ्यूम अब मार्केट में अपनी अलग पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जब यह परफ्यूम भेंट किया गया था, तब उन्होंने इसकी खूब तारीफ की थी। इसी के बाद से परफ्यूम को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने की दिशा में कदम तेज हुए और अब युवाओं को परफ्यूम बनाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
देश का पहला डेडिकेटेड और सरकारी “स्कूल ऑफ परफ्यूमरी” देहरादून में स्थापित किया गया है। यहां विभिन्न राज्यों से आए बच्चों को परफ्यूम बनाने की बारीकियां सिखाई जा रही हैं। इस स्कूल में बच्चों को कॉन्सेप्ट रूम, परफ्यूम लाइब्रेरी और फ्रेगरेंस क्रिस्टलाइजेशन लैब जैसी सुविधाओं के जरिए परफ्यूम तैयार करने की पूरी प्रक्रिया समझाई जाती है।
तिमरू परफ्यूम बना खास आकर्षण
सगंध पौधा केंद्र के डायरेक्टर नृपेंद्र चौहान ने बताया कि तिमरू परफ्यूम को शानदार रिस्पॉन्स मिला है और अब अन्य परफ्यूम पर भी काम चल रहा है। परफ्यूम तैयार करने में टॉप, मिडिल और बेस नोट्स पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि एक परफ्यूम बनाने में 3 से 6 महीने का समय लगता है, जबकि कई बार यह प्रक्रिया एक साल तक भी खिंच जाती है।
फ्रेगरेंस का उपयोग अन्य प्रोडक्ट्स में भी
यहां तैयार किए गए परफ्यूम की खुशबू का इस्तेमाल साबुन, शैंपू, हैंडवॉश और अगरबत्ती जैसे उत्पादों में भी किया जा रहा है। हर प्रोडक्ट को जांचने के लिए इवोल्यूशन बूथ बनाए गए हैं, ताकि उसकी खुशबू की गुणवत्ता और टिकाऊपन का सही मूल्यांकन हो सके।
बच्चों को मिल रहा सुनहरा अवसर
डॉ. गरिमा ने बताया कि अब तक दो बैचों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है और हर बैच में 16 बच्चों को शामिल किया गया। 8 सितंबर से नया बैच भी शुरू हो रहा है। खास बात यह है कि ट्रेनिंग पूरी होने के बाद बच्चों को बाकायदा सर्टिफिकेट भी दिया जाता है, जिससे वे परफ्यूमरी सेक्टर में करियर बना सकते हैं।
तिमरू परफ्यूम, जिसे प्रधानमंत्री मोदी को भेंट किया गया था, अब उत्तराखंड की पहचान बनता जा रहा है। इसकी खुशबू करीब 8 घंटे तक रहती है और यह अहसास कराती है मानो आप समुद्र के किनारे बैठे हों। परफ्यूमरी स्कूल से न सिर्फ युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं, बल्कि उत्तराखंड की खुशबू अब विश्व पटल पर छाने को तैयार है।