देहरादून: प्रदेश में जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए सरकार ने आयुष्मान कार्ड की योजना बनाई हैं। लेकिन इस संकट के काल में कुछ निजी अस्पताल कोरोना के नाम पर मरीजों को मनमाने तरीके से लूट रहे हैं। जिसका खुलाशा आयुष्मान योजना की कार्रवाई से हुआ है।
पिछले कुछ समय में 11 अस्पतालों द्वारा 33 मरीजों से लिए गए 11 लाख रुपये आयुष्मान सोसायटी ने ही मरीजों को वापस कराए हैं। सोसायटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत पैनल में आने वाले अस्पतालों में कोरोना का इलाज पूरी तरह निःशुल्क है। यदि किसी मरीज के पास आयुष्मान कार्ड उपलब्ध है तो मरीजों के उपचार का भुगतान सरकार आयुष्मान सोसायटी के द्वारा करेगी, यानी अस्पताल मरीजों से इलाज का पैसा नहीं ले सकता।
निजी अस्पताल संचालकों की मनमर्जी की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए आज बुधवार १९ मई को उत्तराखंड यूथ कांग्रेस ने अपने-अपने घरों में रहकर सांकेतिक धरना दिया। कांग्रेस का कहना हैं कि सरकार द्वारा बनाई गई एक तय रेट लिस्ट के बावजूद निजी अस्पताल मनमानी कर मरीजों से पैसे वसूलने का काम कर रहे हैं। आपदा के इस दौर में मरीजों के परिजनों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि निजी अस्पतालों की मनमानी रोकी जाये।
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