12वीं कक्षा के परिणाम समयबद्ध तरीके से एक पूर्णत: स्पष्ट उद्देश्यपरक मानदंड के अनुसार तैयार किए जाएंगे
सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षाओं पर फैसला विद्यार्थियों के हित में लिया गया है: प्रधानमंत्री
हमारे विद्यार्थियों का स्वास्थ्य एवं सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पहलू पर कोई भी समझौता नहीं होगा: प्रधानमंत्री
विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच भारी चिंता व्याप्त, जिसे अवश्य ही दूर किया जाना चाहिए: प्रधानमंत्री
इस तरह की तनावपूर्ण स्थिति में विद्यार्थियों को परीक्षाओं में बैठने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए: प्रधानमंत्री
सभी हितधारकों को विद्यार्थियों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है: प्रधानमंत्री
Rainbow News India * May 1, 2021
New Delhi: प्रधानमंत्री की उच्च स्तरीय बैठक में बड़ा फैसला करते हुए सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा रद्द करने पर सहमति बनी है। इसके साथ ही आईएससी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा भी रद्द कर दी गई है। बैठक में सहमति बनी है कि यदि पिछले साल की तरह कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें परीक्षा में बैठने का विकल्प प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा पर फैसला छात्रों के हित में लिया गया है। बारहवीं कक्षा के परिणाम समयबद्ध तरीके से और अच्छी तरह से तैयार किए जाएंगे। हमारे छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में परीक्षाओं के आयोजन को लेकर जो चिंता है उसे दूर किया जाना चाहिए। ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सभी हितधारकों को छात्रों के प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है।
To ensure safety & security of students, teachers & parents and to put an end to anxiety in the minds of class XII students, in a meeting chaired by Hon’ble PM Shri @narendramodi Ji, it was decided to issue CBSE results based on well-defined criteria https://t.co/a7Yj6X0czi (1/2)
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 1, 2021
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा पर फैसला छात्रों के हित में लिया गया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने अकादमिक कैलेंडर को प्रभावित किया है और बोर्ड परीक्षाओं का मुद्दा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों में अत्यधिक चिंता और तनाव पैदा कर रहा है, जिसे समाप्त किया जाना चाहिए।
पीएम ने कहा कि देश भर में कोविड-19 महामरी की स्थिति लगातर बदल रही है। हालांकि, देश में नए मामलों की संख्या कम हो रही है और कुछ राज्य प्रभावी सूक्ष्म-नियंत्रण के माध्यम से स्थिति का प्रबंधन कर रहे हैं, कुछ राज्यों ने अभी भी तालाबंदी का विकल्प चुना है। ऐसे में छात्रों के स्वास्थ्य को लेकर छात्र, अभिभावक और शिक्षक स्वाभाविक रूप से चिंतित हैं।
मंगलवार को हुई बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, सीबीएसई के चेयरमैन और शिक्षा मंत्रालय के सचिव और सीबीएसई सचिव भी भी मौजूद रहे।
इनके अलावा बैठक में प्रधान मंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव और स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा विभागों के सचिव और अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक में कई विकल्पों पर विचार विमर्श किया गया था। बता दें कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड 2020 की परीक्षा में 5% अधिक छात्र पास हुए थे। सीबीएसई बोर्ड 2020 की परीक्षाओं में करीब 12 लाख स्टूडेंट्स पंजीकृत थे।
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