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तोक्यो पैरालंपिक मे भाविनाबेन पटेल ने रचा इतिहास, पीएम मोदी ने दी बधाई

तोक्यो पैरालंपिक मे भाविनाबेन पटेल ने रचा इतिहास, पीएम मोदी ने दी बधाई

Rainbow News India* 28 अगस्त 2021 

भारत की भाविना बेन पटेल ने तोक्यो पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) में टेबल टेनिस  क्लास 4 स्पर्धा के  फाइनल  में पहुंचकर  इतिहास  रच दिया है। भाविना बेन पटेल ने पैरालिंपिक के इस स्पर्धा के फाइनल  में पहुंच कर पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बन गई हैं और साथ ही 34 वर्षीय भाविना  बेन पटेल ने सेमीफाइनल में चीन की मियाओ झांग को टेबल टेनिस प्रतियोगिता में 3-2 से हराकर दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने मियाओ झांग को 7-11, 11-7, 11-4, 9.11, 11-8 से हराकर भारतीय खेमे में भी सभी को चौंका दिया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाेक्यो पैरालम्पिक की टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना बेन पटेल को बधाई दी और कहा कि पूरा देश उनकी सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है। मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि बधाइयां भाविना पटेल। आपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया।

गुजरात के मैहसाणा जिले में एक छोटी परचून की दुकान चलाने वाले हंसमुखभाई पटेल की बेटी भाविना को पदक का दावेदार भी नहीं माना जा रहा था लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। बारह महीने की उम्र में पोलियो की शिकार हुई पटेल ने कहा ,‘‘ जब मैं यहां आई तो मैने सिर्फ अपना शत प्रतिशत देने के बारे में सोचा था। अगर ऐसा कर सकी तो पदक अपने आप मिलेगा। मैने यही सोचा था।’’उन्होंने कहा ,‘‘ अगर मैं इसी आत्मविश्वास से अपने देशवासियों के आशीर्वाद के साथ खेलती रही तो कल स्वर्ण जरूर मिलेगा। मैं फाइनल के लिये तैयार हूं और अपना शत प्रतिशत दूंगी।’’ व्हीलचेयर पर खेलने वाली पटेल ने पहला गेम गंवा दिया लेकिन बाद में दोनों गेम जीतकर शानदार वापसी की । तीसरा गेम जीतने में उन्हें चार मिनट ही लगे। चौथे गेम में चीनी खिलाड़ी ने फिर वापसी की लेकिन निर्णायक पांचवें गेम में पटेल ने रोमांचक जीत दर्ज करके फाइनल में प्रवेश किया। दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी झांग के खिलाफ पटेल की यह पहली जीत थी। दोनों इससे पहले 11 बार एक दूसरे से खेल चुके हैं । पटेल को पहले ग्रुप मैच में झोउ ने आसानी से हराया था। उनके खिलाफ फाइनल जीतना आसान नहीं होगा । पटेल ने क्वार्टर फाइनल में 2016 रियो पैरालम्पिक की स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी बोरिस्लावा पेरिच रांकोविच को हराया था। क्लास 4 वर्ग के खिलाड़ियों का बैठने का संतुलन सही रहता है और हाथ पूरी तरह से काम करते हैं। उनके शरीर में विकार मेरूदंड में चोट के कारण होता है। पटेल ने 13 साल पहले अहमदाबाद के वस्त्रापुर इलाके में नेत्रहीन संघ में खेलना शुरू किया जहां वह दिव्यांगों के लिये आईटीआई की छात्रा थी। बाद में उन्होंने दृष्टिदोष वाले बच्चों को टेबल टेनिस खेलते देखा और इसी खेल को अपनाने का फैसला किया। उन्होंने अहमदाबाद में रोटरी क्लब के लिये पहला पदक जीता। उनका विवाह निकुंज पटेल से हुआ जो गुजरात के लिये जूनियर क्रिकेट खेल चुके हैं ।

पटेल 2011 में दुनिया की दूसरेनंबर की खिलाड़ी भी बनी जब उन्होंने पीटीटी थाईलैंड टेबल टेनिस चैम्पियनशिप में भारत के लिये रजत पदक जीता था । अक्ट्रबर 2013 में उन्होंने बीजिंग में एशियाई पैरा टेनिस चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। अब उनका सामना फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी चीन की यिंग झोउ से होगा।

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