रेनबो न्यूज़ इंडिया* 9 जुलाई 2022
जम्मू कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के कारण अचानक आयी बाढ़ के चलते मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को बढ़कर 16 हो गई. वहीं, कई लोगों के अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका के बीच बगैर रूके तलाश अभियान जारी है। अधिकारियों ने बताया कि वहां फंसे कम से कम 15,000 तीर्थयात्रियों को निचले आधार शिविर पंजतरणी ले जाया गया है और 25 घायलों को अस्पताल ले जाया गया।उन्होंने बताया कि बादल फटने के चलते अचानक आई बाढ़ का पानी शुक्रवार दोपहर तंबू और सामुदायिक रसोई में घुस गया और वे स्थान भूस्खलन की चपेट में भी आ गये। सेना के एक अधिकारी के अनुसार, पर्वतीय तलाश दल, बचाव दल और खोजी श्वान को तलाश व बचाव अभियान में लगाया गया है।
अधिकारियों ने कहा, ”शनिवार सुबह हवाई बचाव अभियान शुरू किया गया और थल सेना के हेलीकॉप्टरों से छह तीर्थयात्रियों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। नीलग्रथ हेलीपैड पर मरीजों और घायलों को पहुंचाया जा रहा है।” सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एयर विंग के एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर को बचाव अभियान में लगाया गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बचाव कार्यों के लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर भी तैनात किए हैं। दिल्ली में सीमा सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने कहा, ”16 शवों को बालटाल ले जाया गया है।” प्रवक्ता ने बताया कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने पवित्र गुफा के निचले हिस्से से पंजतरणी तक जाने वाले मार्ग में अपने कर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक व कश्मीर रेंज के प्रभारी विजय कुमार सुरक्षा बलों और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) द्वारा चलाए जा रहे बचाव कार्यों की निगरानी के लिए शनिवार सुबह पवित्र गुफा पहुंचे।
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