- कनाचक इलाके में पुलिस ने पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया
- 27 जून को भारतीय वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन के जरिए विस्फोटक गिराकर हमला किया था
- भारतीय सीमा पर बीते कई दिनों से लगातार ड्रोन देखे जाने की खबरें सामने आ रही हैं।
- आतंकी ड्रोन के जरिए किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में- खुफिया एजेंसियां
जम्मू-कश्मीर के कनाचक इलाके में पुलिस ने एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस ड्रोन के गिरने पर पांच किलो आईईडी भी बरामद हुई है। पुलिस ने जानकारी दी कि ड्रोन को भारतीय सीमा के छह किलो मीटर अंदर मारा गया है।
विगत कुछ दिनों से सीमा पर लगातार ड्रोन देखे जाने की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसा बारे में खुफिया एजेंसियां पहले ही अंदेशा जता चुकी हैं कि आतंकी ड्रोन के जरिए किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की फिराक में हैं। इन घटनाओं इसके चलते सुरक्षा बलों ने भी चुनौती से निपटने के लिए रणनीति बनाई है। अनुमान है की ड्रोन जिसे मार गिराया गया हैं भी किसी आतंकी साजिस का ही हिस्सा होगा।
सोपोर में दो आतंकी ढेर
उधर, बारामुला जिले के सोपोर इलाके में सुरक्षा बलों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। जिसमें दो दहशतगर्दों को मार गिराया गया है। मारे गए दहशतगर्दों के पास से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। सुरक्षा बलों द्वारा बाकी आतंकियों की तलाश जारी है। आतंकियों के साथ मुठभेड़ गुरुवार रात से चल रही है।
गौरतलब है की पूर्व में एक ड्रोन से भारतीय वायुसेना स्टेशन को भी निशाना बनाया जा चुका है। जिसमें 27 जून को भारतीय वायुसेना स्टेशन पर आतंकियों ने ड्रोन के जरिए विस्फोटक गिराकर हमला किया था। इस हमले में दो लोगों को हल्की चोटें भी आईं थीं। इस हमले के बाद से ही घाटी में पुलिस और सेना अलर्ट में है। घटना पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ड्रोन के उभरते खतरे को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई थी।
ड्रोन के पीछे लश्कर आतंकियों की साजिश का अंदेशा
सुरक्षा एजेंसियों ने अंदेशा जताया है कि इस ड्रोन साजिश के पीछे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। आतंकवादी जम्मू-कश्मीर में 27 जून जैसी ही किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर इलाके में सीमा पार से लगातार आतंकियों द्वारा ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने पर पुलिस महकमा चिंतित है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा की रणनीति दोबारा बनाने के लिए कहा है। साथ ही आतंकियों के ड्रोन इस्तेमाल करने को लेकर सतर्क रहने के लिए भी कहा गया है।
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