रेनबो न्यूज़ इंडिया* 25 अगस्त 2022
रुद्रप्रयाग: देश में पहली बार डिजिटल क्यूआर कोड केे माध्यम से केदारनाथ धाम को प्लास्टिक मुक्त बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके चलते केदारनाथ धाम में फैल रही प्लास्टिक की बोतलों को एकत्र किया जा रहा है। वहीं जो श्रद्धालु क्यूआर कोड वाली प्लास्टिक की बोतल को वापस करेगा, उसे बोनस के रूप में 10 रुपये भी दिए जाएंगे। अभियान अब केदारनाथ घाटी के सोनप्रयाग, गुप्तकाशी और गौरीकुंड (Gauri Kund) सहित अन्य बाजारों में भी तेजी पकड़ने लग गया है।
केदारनाथ घाटी में पर्यावरण के लिए खतरा बन रहे प्लास्टिक की रोकथाम के लिए प्रशासन और रिसाइकिल कंपनी ने बीते लगभग तीन माह पूर्व से ही केदारनाथ धाम मे पानी की बोतलों पर क्यूआर कोड लगाना शुरू कर दिया था। इसे एकत्रित करने की मुहिम भी चलाई जा रही है। इस मुहिम के तहत जो भी श्रद्धालु क्यूआर कोड वाली बोतल खरीद कर इस्तेमाल के बाद बोतल खाली होने पर वापस लौटाएगा, उसे बोनस के रूप में दस रुपये दिए जाएंगे।
लोगों को बताया जा रहा है फायदा और नुकसान
उपजिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं को उक्त योजना काफी आकृषित कर रही है। अब यह अभियान केदारघाटी के गौरीकुंड, गुप्तकाशी, सोनप्रयाग और केदारनाथ घाटी के बाजारों मे भी तेजी पकड़ने लग गया है। साथ ही केदारघाटी मे सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ प्रशासन द्वारा जन-जागरण अभियान भी चलाया जा रहा है। जिसके लिए केदारनाथ घाटी मे प्रचार वाहन पर लाउडस्पीकर और स्क्रीन लगाकर प्लास्टिक के उपयोग से होने वाले नुकसान के बारे जानकारी दी जा रही है।
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