मेरठ (उ० प०): मेरठ में लालच देकर जबरन 400 लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। शनिवार को सैकड़ों की संख्या में इलाके के लोग मेरठ के एसएसपी ऑफिस पर पहुंचे और उन्होंने लालच देकर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया।
एसएसपी के नाम दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप है कि लालच देकर कुछ लोग उन्हें क्रिश्चियन बनने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि धर्म परिवर्तन कराने वालों ने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां भी बाहर करने के लिए मजबूर किया।
एसएसपी ने बताया कि इस मामले में तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके अनुसार ‘उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म समपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनयम, 2021’ के तहत वांछित प्रेमा, तितली उर्फ सुनिता और रीना समेत कुल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। शिकायत मंगतपुरम बस्ती के कुछ व्यक्तियों ने दर्ज कराई थी।
FIR lodged against 9 people u/s of UP Prohibition of Unlawful Conversion of Religion Act for allegedly forcing a few people in Meerut to convert to Christianity&threatening them against going to Police.FIR states accused helped them during lockdown&encouraged them to visit Church
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 29, 2022
कोरोना महामारी के दौरान की थी मदद
मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र की एक मलिन बस्ती मंगतपुर इलाके के लोग एक बीजेपी के स्थानीय नेता के नेतृत्व में एसएसपी ऑफिस पहुंचे। जानकारी के अनुसार बस्ती के अधिकतर लोग कूड़ा बीनने का काम करते हैं। सूचना के अनुसार बेहद गरीब तबके से ताल्लुक रखने वाले लोग कोरोना काल में ऐसे लोगों के संपर्क में आ गए जो गैरकानूनी तरीके से धर्म परिवर्तन करवाते हैं।
आरोप है कि धर्म परिवर्तन के लिए पहले तो रुपए और खाने का लालच दिया गया। जिसके बाद अब आरोप यह है कि यह लोग उनके घरों से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्ति बाहर करने की बात कर रहे हैं। साथ ही मजबूर कर रहे हैं कि ईसाई धर्म को पूरी तरह से अपनाया जाए। विरोध करने पर अथवा घटना की शिकायत किसी अधिकारी से करने पर आरोपी चाकू-डंडे लेकर घर आकर जान से मारने की धमकी देते हैं।’
साथ ही आरोप है कि इलाके के 400 लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाया जा रहा है। सूचना के अनुसार इलाके में एक अस्थाई रूप से चर्च भी बना दिया गया है।
इस मामले में मेरठ के एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना है कि कुछ लोग एसएसपी ऑफिस पर गए थे जो कि थाना ब्रह्मपुरी के मंगतपुरम के रहने वाले हैं। इन लोगों का कहना था कि पिछले दिनों लोगों ने ईसाई धर्म स्वीकार किया गया था। अब इनका कहना है कि अंधेरे में रखकर धोखे में धर्म परिवर्तन करा दिया गया। इनके दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर 9 लोगों के खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
हालांकि शिकायत में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि कुल कितने लोंगो का धर्म परिवर्तन कराया गया है। लेकिन, भाजपा के स्थानीय नेता दीपक शर्मा का कहना है कि मंगतपुरम बस्ती में रहने वाले 100 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘यह काम पिछले तीन साल से चल रहा है. महामारी के समय में बस्ती के लोगों को राशन और पैसा देकर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया गया था। अब बाकी लोगों पर भी दबाव बनाया जा रहा है और धमकी दी जा रही है।’
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