देहरादून: उत्तराखंड सरकार उत्तराखंड भवन एवं निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड (बीओसीडब्ल्यू) में पंजीकृत श्रमिकों और उनके आश्रितों को उनके बच्चों की पढ़ाई की फीस वहन करने का बड़ा तोहफा देने जा रही है। चिकित्सा और इंजीनियरिंग, मुख्यमंत्री कार्यालय के एक आधिकारिक बयान में रविवार को कहा गया। बयान के मुताबिक, पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों के लिए सरकारी शिक्षण संस्थानों में मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य समकक्ष शिक्षा में प्रवेश की पूरी फीस बोर्ड द्वारा वहन की जाएगी।
सरकार ऐसे सभी श्रमिकों को बोर्ड के बजट से ईएसआई (चिकित्सा सुविधा) और बच्चों को मुफ्त रोजगार शिक्षा प्रदान करेगी। विज्ञप्ति में कहा गया है, “ऐसे सभी श्रमिकों को बोर्ड के बजट से ईएसआई (चिकित्सा सुविधा) प्रदान की जाएगी और बच्चों को मुफ्त रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जाएगी।” योजना के अंतर्गत प्रवेशित बच्चों के भोजन (छात्रावास व्यवस्था), गणवेश, पाठ्य पुस्तकें आदि पर व्यय होने वाली राशि का पूर्ण वहन बोर्ड द्वारा किया जायेगा।
विज्ञप्ति में आगे कहा गया है, “योजना के तहत प्रवेश पाने वाले बच्चों के लिए बोर्डिंग (छात्रावास व्यवस्था), वर्दी, पाठ्य पुस्तकें आदि पर खर्च होने वाली राशि पूरी तरह से बोर्ड वहन करेगा। 3 वर्षों में 75 बच्चों को रोजगार संबंधी शिक्षा मिलेगी।” इसमें कहा गया है कि सरकार ने पंजीकृत श्रमिकों को चिकित्सा सुरक्षा के लिए ईएसआई जैसा बड़ा तोहफा देने का भी फैसला किया है। विज्ञप्ति में कहा गया है, “अब तक श्रमिक इस सुविधा से वंचित थे। सरकार ने सभी पंजीकृत श्रमिकों को बिना किसी आयु सीमा के ईएसआई सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई है।”