पंडित व्यास के संतूर की धुनों से गूंजा ग्राफिक एरा, स्पिक मैके के साथ कार्यक्रम का आयोजन

पंडित व्यास के संतूर की धुनों से गूंजा ग्राफिक एरा, स्पिक मैके के साथ कार्यक्रम का आयोजन

ग्राफिक एरा सिल्वर जुबली कन्वेंशन सेंटर में संतूर वादक पद्मश्री पंडित सतीश व्यास ने दी प्रस्तुति

देहरादून, 7 फरवरी: प्रसिद्ध संतूर वादक पद्मश्री पंडित सतीश व्यास ने ग्राफिक एरा में घोली शास्त्रीय संगीत की मिठास। संतूर की धुनों से संगीतमय हुई ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी।

विश्व प्रख्यात संतूर वादक पद्मश्री पंडित सतीश व्यास ने आज ग्राफिक एरा सिल्वर जुबली कन्वेंशन सेंटर में प्रस्तुति दी। पंडित व्यास ने कार्यक्रम का आगाज़ संतूर पर शुद्ध राग बजाकर किया। तबला वादक अमित कवठेकर ने तबले पर अपने कौशल से बखूबी उनका साथ दिया। दोनों कलाकारों की जुगलबंदी ने दर्शकों को भाव विभोर कर खूब तालियां बटोरी। 

इस मौके पर पंडित सतीश व्यास ने बताया कि प्राचीन काल में शथातंत्र वीना कहा जाने वाला वाद्य यंत्र संतूर कश्मीर की सुरम्य वादियों से निकलकर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में रच बस गया है। सौ तारों वाला यह संतूर धनुष से निकले बाण की तरह ध्वनि उत्पन्न करता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को शास्त्रीय संगीत में संतूर का महत्व भी बताया।

कार्यक्रम का आयोजन ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी ने स्पिक मैके के साथ मिलकर किया। कार्यक्रम में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के पदाधिकारी, शिक्षक शिक्षिकाएं और सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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