देहरादून: परिवहन विभाग ने महिलाओं को सशक्त बनाने और सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से एक नई पहल की है। देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार में महिलाओं के लिए सीएनजी-ईंधन वाले ऑटो रिक्शा के नए परमिट जारी किए जा रहे हैं।
देहरादून संभाग के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) सुनील शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत देहरादून में 250 सीएनजी-ऑटो परमिट के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 दिसंबर निर्धारित की गई है। शर्मा ने बताया कि आमतौर पर चार लाख रुपये की कीमत वाले ये परमिट महिलाओं को मात्र 2.5 लाख रुपये में उपलब्ध होंगे।
महिलाओं के लिए विशेष प्राथमिकता
परिवहन विभाग ने घोषणा की है कि महिला आवेदकों को ऑटो रिक्शा खरीदने में वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है बल्कि स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन को भी बढ़ावा देना है। शर्मा ने कहा, “यह योजना महिलाओं के लिए परिवहन क्षेत्र में कदम रखने का एक बड़ा अवसर है। हम पूरी प्रक्रिया के दौरान उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”
आवेदन के लिए पात्रता और प्रक्रिया
आवेदन करने के लिए आवेदकों को उत्तराखंड का निवासी होना चाहिए, उनकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और उन्हें पढ़ने-लिखने में सक्षम होना चाहिए। सफल आवेदकों को परमिट मिलने के तीन महीने के भीतर सीएनजी-ऑटो खरीदना होगा। देहरादून के आवेदक 30 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं और अपनी खरीदारी मार्च तक पूरी कर सकते हैं।
महिलाओं के लिए विशेष सहायता केंद्र
देहरादून के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में कमरा नंबर 22 में इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक सहायता केंद्र स्थापित किया गया है। यहां अधिकारी आवेदन प्रक्रिया के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
ऋषिकेश और हरिद्वार में भी योजना का विस्तार
देहरादून के अलावा, ऋषिकेश और हरिद्वार में भी महिलाओं के लिए इसी तरह की परमिट योजना लागू की जाएगी। परिवहन विभाग का कहना है कि यह पहल पूरे क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके लिए आजीविका के नए अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह योजना न केवल सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यावरण-अनुकूल सीएनजी वाहनों के माध्यम से प्रदूषण को भी कम करने में मदद करेगी।