20 मई 2025: साल 2020 में पूरी दुनिया को हिला देने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर एशिया के कई हिस्सों में फैलना शुरू हो गया है। सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। इन देशों में LF.7 और NB.1.8 जैसे वेरिएंट सामने आए हैं, जो JN.1 वेरिएंट से निकले हैं।
भारत में हालात नियंत्रण में, लेकिन सतर्कता जरूरी
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में 19 मई तक 257 एक्टिव केस हैं। हालांकि, पिछले एक हफ्ते में 164 नए मामले सामने आए, जिनमें से अधिकांश केरल (69), महाराष्ट्र (44), और तमिलनाडु (34) से हैं।
सरकार ने सभी अस्पतालों को ILI (इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी) और SARI (गंभीर श्वसन संक्रमण) के मामलों पर निगरानी के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें NCDC, ICMR और केंद्र सरकार के अस्पतालों के विशेषज्ञों ने कोविड की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की।
ऐसे लक्षण दिखें तो रहें सतर्क
JN.1 वेरिएंट के संभावित लक्षण:
- सूखी खांसी
- स्वाद और गंध का चले जाना
- सिरदर्द
- बहती या भरी हुई नाक
- गले में खराश
- थकान और दस्त
- सांस लेने में तकलीफ या तेज़ बुखार
संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी उपाय
- बार-बार हाथ धोना और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करना
- चेहरे को छूने से बचना
- सामाजिक दूरी बनाए रखना
- भीड़भाड़ वाली जगहों से परहेज़
- घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना
- खांसी या छींक आने पर मुंह को ढंकना
- घर और कार्यस्थल की सतहों को नियमित रूप से साफ करना
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आमजन से अपील की है कि खुद भी सतर्क रहें और लापरवाही न बरतें। अगर समय रहते सावधानी बरती गई तो देश को एक और कोविड लहर से बचाया जा सकता है।